तृणमूल कांग्रेस की प्रत्याशी और मौजूदा विधायक ज्योत्सना मंडी की संपत्ति 5 साल में 1985.68 फीसदी बढ़ गई है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के अनुसार मंडी के हलफनामे के अनुसार 2016 में उनकी कुल संपत्ति 1,96,633 रुपये थी। जो कि 2021 में बढ़कर 41,01,144 रुपये हो गई है। मंडी बांकुरा जिले में रानीबांध (एसटी) से चुनाव तृणमूल के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं।
सबसे ज्यादा संपत्ति बढ़ने वालों में भाजपा के सुदीप कुमार मुखर्जी का भी नाम शामिल हैं। उनकी संपत्ति 5 साल में 228.86 फीसदी बढ़ी है। पिछली बार वह कांग्रेस के टिकट पर प पुरुलिया विधानसभा सीट से जीते थे। उनकी संपत्ति 2016 के 11,57,945, और बढ़कर 2021 में 45,02,782 रुपये हो गई है।
तीसरे नंबर पर टीएमसी के मौजूदा विधायक परेश मुर्मू हैं। उनकी संपत्ति में 246.34 फीसदी का इजाफा हुआ है। वह पासीम मेदिनीपुर जिले में केशरी (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं। उनकी संपत्ति 11,57,926 से बढ़कर 40,10,329 रुपये हो गई है। एडीआर ने यह सूची पहले चरण में होने वाले लड़ने वाले 30 उम्मीदवारों के हलफनामे से तैयार की है।
हालांकि दक्षिण 24 परगना जिले में जयनगर विधायक बिश्वनाथ दास की संपत्ति पिछले 5 साल में घट गई है। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले उनके पास 46,85,523 रुपये संपत्ति थी, जो 69.27 फीसदी घटकर 14,41,200 रुपये है रह गई है।
294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा के चुनाआठ चरणों में आयोजित किया जाएगा और उसका परिणाम 2 मई को घोषित होगा।