बसपा के धरमपाल सिंह ने ओला प्रभावित किसानों के बैंक कर्ज पर सवाल किया था। उनकी बात को आगे बढ़ाते हुए नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार किसानों से दगा कर रही है क्योंकि उसने कई वर्ष तक गन्ने की कीमत नहीं बढ़ायी जबकि मायावती सरकार ने इसमें काफी बढ़ोतरी की थी। खां ने कहा कि गन्ने की कीमतें हालांकि बढ़ायी गयी थीं लेकिन चीनी मिलों को मायावती सरकार ने औने पौने दाम पर बेच दिया था। इससे किसानों की समस्याओं का कोई निदान नहीं निकला।
मौर्य ने सफाई दी कि 15...20 वर्ष से बंद मिलों को ही बेचा गया और जो धन आया, वह राजकोष में जमा किया गया। खां ने जवाब दिया कि केवल कुछ ही धन राजकोष में जमा किया गया जबकि मोटी रकम कहीं और चली गयी। खां ने आरोप लगाया कि पूर्व की बसपा सरकार ही किसानों की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि बसपा नेता दस्तावेज देख लें ताकि उन्हें संतुष्टि मिले कि गन्ना किसानों को मौजूदा सरकार ने अधिकांश भुगतान किया है। मौर्य ने कहा कि सरकार मिल मालिकों का पक्ष ले रही है।