पुलिस ने बताया कि अपने बयानों में उन्होंने कहा कि उन्होंने छेड़छाड़ होते न तो देखा और न ही कुछ सुना और पुलिस से आग्रह किया कि उन्हें इस मामले में शामिल नहीं किया जाए। पांच यात्रियों का पता उनके मोबाइल फोन टावर लोकेशन के आधार पर लगाया गया।
पुलिस ने कहा कि उनकी पहचान बागवानी अधिकारी तरसेम, बठिंडा निवासी विजय कुमार, जलालाबाद निवासी गगनदीप सिंह, बठिंडा निवासी परमजीत सिंह और उनकी पत्नी अमरजीत कौर के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि कुछ यात्रियों ने बताया कि घटना के वक्त वे सो रहे थे। इससे पहले मोगा पुलिस ने यात्रियों से अपील की थी कि वे आगे आएं और जांच में सहयोग करें। मोगा में चलती बस से एक किशोरी और उसकी मां से कथित तौर पर छेड़छाड़ के बाद वाहन से फेंक दिए जाने से किशोरी की मौत हो गई और उसकी मां को गंभीर चोट आई। बस पंजाब में सत्तारूढ़ बादल परिवार से जुड़ी है। मोगा-कोटकपूरा रोड पर गिल गांव के पास 29 अप्रैल को हुई घटना से राजनीतिक तूफान उठा खड़ा हुआ था।