पंजाब में पवित्र धर्मग्रंथ की बेअदबी और कोटकपूरा एवं बहिबल कलां गोलीकांड की जांच कर रही विशेष टास्क फोर्स (एसआईटी) ने आज फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार से चंडीगढ़ में पूछताछ की।
आईएनएस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि अक्षय से राम रहीम और और सुखबीर बादल संग बैठक से लेकर सिखों के धर्मग्रंथ के अपमान सहित कई सारे सवाल पूछे गए। हालांकि अक्षय ने एसआईटी के सामने सभी आरोपों को खारिज कर दिया। पूछताछ 9:45 बजे शुरू हुई जो दो घंटे तक चली।
सूत्रों के अनुसार अक्षय ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनका नाम बेवजह इस मामले में घसीटा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार अक्षय ने एसआईटी के सामने कहा, 'मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। मुझे पता नहीं मेरा नाम क्यों घसीटा जा रहा है। मैंने सिखों के धर्मग्रंथ का अपमान नहीं किया है।'
बता दें कि अक्टूबर 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी के मामलों की जांच के लिए इस साल सितंबर में अमरिंदर सरकार द्वारा एसआईटी गठित की गई थी, उस समय राज्य में अकाली दल-बीजेपी गठबंधन सरकार थी और प्रकाश सिंह बादल मुख्यमंत्री थे।
क्या है मामला?
साल 2015 में पंजाब में श्री गुरुग्रंथ साहिब और अन्य धार्मिक ग्रंथों का अपमान हुआ था। इससे वहां हिंसा भड़क उठी थी। पंजाब के बहबल कलां में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शकारियों को रोकने के लिए पुलिस को फायरिंग भी करनी पड़ी। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 75 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
उस समय डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पर भी हिंसा भड़काने का आरोप लगा था। अक्षय कुमार पर आरोप है कि उन्होंने राम रहीम सिंह को माफी दिलवाने के लिए मध्यस्थ का काम किया था। इस पर चर्चा करने के लिए अक्षय कुमार ने अपने घर पर सुखबीर बादल और कुछ लोगों के साथ बैठक की थी।
प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर बादल से पहले ही हो चुकी है पूछताछ
एसआईटी ने अक्षय कुमार के साथ पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को भी बुलाया था।
एसआईटी प्रकाश सिंह बादल और उनके पुत्र सुखबीर सिंह बादल से चंडीगढ़ में पहले ही पूछताछ कर चुकी है। सुखबीर ने बीते सोमवार को एसआईटी सदस्यों को बताया था कि वह पंजाब के बाहर कभी भी अक्षय से नहीं मिले हैं।