केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा, पुलिस कमिश्नर सुभाष यादव ने दोनों समुदायों के बीच सुलह वार्ता करवाई और क्षतिग्रस्त धार्मिक स्थल की मरम्मत का आश्वासन दिया। बैठक के दौरान ग्रामीणों और अधिकारियों ने गांव लौटे पीड़ितों को सुरक्षा का भरोसा दिया। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि उनके साथ अब अन्याय नहीं होगा।
लेकिन गांव पहुंचे तकरीबन 150 मुस्लिमों के जत्थे के पहुंचने के बाद भी गांव में शांति छाई हुई थी और उनका सब कुछ तहस-नहस हो चुका था। पिछले हफ्ते के दंगे में 25 वर्षीया नूर का पति घायल हो गया था। उन्होंने बताया कि हिंसा के बाद सबसे पहले पुरुष ही गांव लौटे और अपने घर-बार देखे। हम यह देखकर दंग रह गए कि अनाज, फर्नीचर और हमारे कपड़े सब कुछ बर्बाद हो चुके थे।