पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम की विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से पराजित होने वाली तृणमूल सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की सीएम की कुर्सी पर खतरे का बादल मंडरा रहा है। संवैधानिक प्रावधान के अनुसार ममता बनर्जी को 5 नवंबर के पहले निर्वाचित होना होगा। इसलिए जल्द उपचुनाव कराने की मांग पर टीएमसी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल आज चुनाव आयोग से मुलाकात करेगा।
टीएमसी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में सांसद सौगत रॉय, सुखेंदु शेखर, जौहर सरकार, सजदा अहमद, और महुआ मोइत्रा शामिल रहेंगे. बता दें कि यह प्रतिनिधिमंडल विधानसभा चुनाव पर मांगे गए विचार से चुनाव आयोग को अवगत कराएगा. तथा गुरुवार दोपहर 3.30 पर टीएमसी प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के अधिकारियों संग मुलाकत कर शाम के वक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की योजना है।
बता दें कि 23 अगस्त को ही ममता बनर्जी ने कहा था कि राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले नियंत्रित हैं और राज्य में जल्द से जल्द उपचुनाव कराए जाने की तारीखों की घोषणा की जानी चाहिए।
गौरतलब है कि नंदीग्राम में भाजपा के उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को मात दी थी। हालांकि वर्तमान में ममता बनर्जी राज्य की मुख्यमंत्री हैं बावजूद उन्हें नियमानुसार 6 महीने के भीतर ही किसी भी विधानसभा से जीत दर्ज करनी होगी। तभी वे मुख्यमंत्री के पद पर बनी रह सकती है वरना उन्हें कुर्सी त्यागनी पड़ेगी।