भतीजी दीपा जयकुमार का कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण होगा। इससे असंतोष भड़क सकता है, निश्चित तौर पर लोग इसके पक्ष में नहीं है। यह गलत है कि मेरी बुआ ने शशिकला या उनके किसी रिश्तेदारको उत्तराधिकारी घोषित किया था। इसके साथ ही दीपा ने राजनीति में आने का संकेत भी दिया है।
मीडिया के मुताबिक, दीपा जयललिता के बड़े भाई जयकुमार की बेटी हैं। जयकुमार का भी निधन हो चुका है। राजनीति में आने के सवाल पर दीपा ने कहा, 'अगर मौका है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है, इसके लिए रास्ते तलाश रही हूं। राजनीति में आना पसंद करूंगी।
दीपा कुमार ने शशिकला को जयललिता की उत्तराधिकारी बनाए जाने के दावे को खारिज किया।
उन्होंने कहा कि बुआ ने शशिकला को राजनीति से बाहर रखा था। जबकि मैं घर की हूं, शशिकला को लेकर लोगों में गलतफहमी बहुत है। शशिकला ने मेरी बुआ के पीठ पीछे और उनकी जानकारी के बिना बहुत कुछ किया। पता चलने पर बुआ नाराज भी होती थीं।
गौर हो कि राज्य के नए सीएम पन्नीरसेल्वम ने एआईएडीएमके के जनरल सेक्रेटरी पोस्ट के लिए शशिकला का सपोर्ट किया है। सीएम ने कहा है, 'जयललिता के निधन के बाद केवल शशिकला ही इस शून्यता को भर सकती हैं। 2011 में शशिकला को जयललिता ने पार्टी से निकाल दिया था। आरोप था कि शशिकला और उनके परिवार के लोग जयललिता के खिलाफ साजिश कर रहे थे।