उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई। इस भयावह घटना की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अब अपनी रिपोर्ट में आयोजकों, अधिकारियों को दोषी ठहराया है, जिसके आधार पर राज्य सरकार ने छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंगलवार को संबंधित उप जिलाधिकारी (एसडीएम) और पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) समेत छह लोगों को निलंबित कर दिया है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
गौरतलब है कि उक्त बयान में एसआईटी की जांच के तथ्यों को सार्वजनिक किया गया है, जिसके अनुसार जांच समिति ने भगदड़ में साजिश की आशंका से इनकार नहीं किया है। साथ ही कार्यक्रम आयोजक तथा तहसील स्तरीय पुलिस तथा प्रशासन को भी दोषी पाया है।
बहरहाल, एसआईटी की संस्तुति पर एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, निरीक्षक, चौकी प्रभारी को अपने दायित्व के निर्वहन में लापरवाही के जिम्मेदार ठहराते हुए निलंबित कर दिया गया है।
बता दें कि हाथरस जिले के फुलरई गांव में दो जुलाई को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से लोकप्रिय ‘भोले बाबा’ के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी।