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जेडीयू को कोई नकार नहीं सकता, सीट बंटवारे पर भाजपा से नहीं मिला प्रस्ताव: नीतीश कुमार

बिहार में आज हुई जनता दल (यूनाइटेड) की राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई फैसले लिए गए हैं। जेडीयू...
जेडीयू को कोई नकार नहीं सकता, सीट बंटवारे पर भाजपा से नहीं मिला प्रस्ताव: नीतीश कुमार

बिहार में आज हुई जनता दल (यूनाइटेड) की राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई फैसले लिए गए हैं। जेडीयू के मुख्य महासचिव और राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता केसी त्‍यागी के मुताबिक, चार राज्‍यों के आगामी विधानसभा चुनावों में जेडीयू चुनिंदा सीटों पर अपने दम पर और अकेले चुनाव लड़ेगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जेडीयू को कोई भी दल नकार नहीं सकता। साथ ही नीतीश ने बताया कि सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा की तरफ से प्रस्ताव नहीं मिला है।

चुनिंदा सीटों पर अकेले लड़ेगी जेडीयू

केसी त्‍यागी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'चार राज्यों मणिपुर, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की चुनिंदा सीटों पर जेडीयू अकेले चुनाव लड़ेगी। कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि हम भाजपा की मदद कर रहे हैं। हम न ही भाजपा का समर्थन कर रहे है, न ही उसका विरोध। हम भाजपा की मदद नहीं कर रहे हैं।‘ साथ ही उन्होंने कहा, 'इस तरह की बहस बंद होनी चाहिए कि जेडीयू में कौन सा धड़ा असली है, कौन सा नहीं। सिर्फ एक जेडीयू है, जिसके नेता नीतीश कुमार हैं।'

उन्होंने कहा, 'बैठक में प्रस्ताव पारित करके हमने एक देश एक चुनाव का समर्थन किया है लेकिन ये आसान नहीं है। विधि आयोग को भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि हम पक्ष में हैं। कानून में बदलाव की जरूरत होगी।' त्‍यागी ने आगे कहा असम नागरिकता संशोधन बिल का विरोध करने का प्रस्ताव पारित किया है। ये बिल असम की अस्मिता के खिलाफ है।

नीतीश कुमार ने कहा, सीटों के बंटवारे को लेकर नहीं है कोई प्रस्ताव

एनडीए में सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अभी तक भाजपा की तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं आया है। जब आएगा तब इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। जो भी पार्टी और बिहार के हित में होगा, फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की लड़ाई जारी रहेगी। विशेष राज्य का दर्जा बिहारवासियों का हक है।

नीतीश कुमार ने कहा कि संवैधानिक संशोधनों के साथ देश में एक साथ चुनाव का समर्थन करते हैं। दहेज और बाल विवाह के खिलाफ अभियान को और आगे बढ़ाना है। बिहार में शराबबंदी पर उन्होंने कहा कि शराब बंदी के बाद हर परिवार में खुशहाली का माहौल है। पहले लोग मजदूरी करके आते थे और शराब पी जाते थे, लेकिन अब सारा पैसा बच रहा है और अच्छे कार्यों में लग रहा है।

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