प्रदेश के मुख्य सचिव एस रामास्वामी ने देहरादून में भाषा को बताया कि सरकार अलग-अलग देशों से संपर्क साधकर उन्हें प्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रिात कर रही है। शुरुआती तौर पर जापान, दक्षिण कोरिया, यूरोप के कुछ देश और थाईलैंड जैसे देशों से संपर्क साधा गया है।
उन्होंने कहा, हमारी कोशिश है कि विदेशी निवेश उत्तराखंड में आए जहां निवेशकों के लिए वातावरण अनुकूल है।
रामास्वामी ने बताया कि उत्तराखंड में विदेशी निवेश की पर्यटन, कृषि उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा उद्योग जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं।
इसी कड़ी में सरकार लंदन बिजनेस स्कूल जैसी दुनिया की प्रतिष्ठित संस्थाओं के लोगों को भी उत्तराखंड में बुला कर यहां की विशेषताओं से अवगत करा रही है।
हाल में यहां आयोजित एक सेमिनार में लंदन बिजनेस स्कूल के एक दल ने भी हिस्सा लिया जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपार संभावना वाले पर्यटन क्षेत्र में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के मौके सृजित कर, उसे पलायन की समस्या से निपटने में भी प्रभावी कदम बताया।
रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड की प्राकृतिक सुंदरता उसे अलग पहचान दिलाती है और स्विट्जरलैंड की तर्ज पर यहां भी पर्यावरण को संरक्षित रखते हुए पर्यटन को विकसित किया जा सकता है।
मुख्य सचिव ने कहा कि शीघ्र ही कुछ अन्य देशों के प्रतिनिधिमंडल भी उत्तराखंड में आने वाले हैं जिनसे उच्चस्तरीय वार्ता कर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को तलाशा जाएगा।
भाषा