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त्रिपुरा में माणिक साहा का पलड़ा भारी, भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के संकेत

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में निवर्तमान मुख्यमंत्री माणिक साहा का पलड़ा भारी दिख रहा है।...
त्रिपुरा में माणिक साहा का पलड़ा भारी, भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के संकेत

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में निवर्तमान मुख्यमंत्री माणिक साहा का पलड़ा भारी दिख रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल की सोमवार शाम होने वाली बैठक में उन्हें विधायक दल का नेता चुने जाने के संकेत हैं। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों ने यह जानकारी दी है।

भाजपा की त्रिपुरा इकाई के पदाधिकारी ने बताया कि सोमवार शाम पांच बजे अगरतला स्थित पार्टी कार्यालय में विधायक दल की बैठक होगी। प्रदेश मीडिया प्रभारी सुनीत सरका ने पीटीआई-से कहा, ‘‘नवनिर्वाचित विधायक पार्टी कार्यालय में विधायक दल के नेता का चयन करेंगे। पार्टी के पूर्वोत्तर मामलों के केंद्रीय प्रभारी संबित पात्रा भी इस बैठक में भाग लेंगे।’’ यह पूछे जाने पर कि विधायक दल का नेता किसे चुना जाएगा, सरका ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर असम सरकार के मंत्री परिमल शुक्ल वैद्य भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि रविवार को शाह के आवास पर नड्डा, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं की बैठक में साहा का पलड़ा भारी रहा। उन्होंने बताया कि शर्मा को विधायक दल की बैठक में साहा के नाम पर सहमति बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के नाम पर भी विमर्श किया गया लेकिन केंद्रीय नेतृत्व साहा के पक्ष में रहा। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री भौमिक ने धनपुर विधानसभा सीट से आसान जीत हासिल की है।

पार्टी के अंदरुनी सूत्रों का कहना है कि साहा अभी तक विवादों में नहीं रहे हैं और वह जनजातीय इलाकों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं, जिन्होंने ग्रेटर टिपरालैंड राज्य की मांग को लेकर व्यापक पैमाने पर टिपरा मोथा समर्थन किया है।

त्रिपुरा भाजपा के एक उपाध्यक्ष ने साहा के बारे में कहा, ‘‘वह शिक्षित हैं, सभ्य हैं और उनकी छवि भी साफ सुथरी है। मुझे उम्मीद है कि विधायक दल की बैठक में उनके अलावा किसी और का नाम नहीं आएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘साहा ने मुश्किल समय में मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी और चुनाव में पार्टी का नेतृत्व कर जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। वह अगले मुख्यमंत्री बनने के हकदार हैं।’’

शपथ ग्रहण समारोह आठ मार्च को होगा। इसमें शामिल होने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा मंगलवार शाम अगरतला पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की संभावना है। भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्रियों के भी शपथ ग्रहण में शामिल होने की संभावना है। भाजपा ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है जबकि उसके सहयोगी दल इंडिजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी)ने एक सीट जीती है। राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 16 फरवरी को हुआ था तथा नतीजों की घोषणा दो मार्च को की गयी।

 

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