पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में संघ परिवार का नाम जोड़ने पर कर्नाटक की भाजपा की यूथ विंग भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने इतिहासकार रामचंद्र गुहा को कानूनी नोटिस भेजा है।
K'taka BJP Yuva Morcha's Secy issues legal notice to historian Ramachandra Guha over his statement on #GauriLankesh murder, in an interview.
— ANI (@ANI) September 11, 2017
गुहा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि गौरी लंकेश के हत्यारे संघ परिवार से जुड़े हो सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भाजयुमो की ओर से रामचंद्र गुहा को नोटिस भेजकर तीन के भीतर बिना शर्त माफी मांगने को कहा गया है। यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। भाजयुमो ने पिछले सप्ताह एक वेबसाइट में प्रकाशित गुहा के बयान के आधार पर उन्हें नोटिस भेजा है। इसमें उन्होंने कहा था, 'इसकी बहुत संभावना है कि गौरी लंकेश के हत्यारे भी उसी संघ परिवार से जुड़े हों, जिससे जुड़े लोगों ने ही दाभोलकर, पानसारे और कलबुर्गी की हत्या की थी।'
अपने लीगल नोटिस में भाजयुमो ने कहा है कि इनमें से कोई भी केस अभी तक हल नहीं हुआ है। नोटिस में यह भी कहा गया है कि ‘हमारे मुवक्किल के संगठन के बारे में जानबूझकर दिए गए, गलत और नपे-तुले आपके बयान से इसके लाखों सदस्यों और इससे सहानुभूति रखने वाले लोगों में काफी रोष है।’
इस बीच रामचंद्र गुहा ने ट्वीट कर वर्तमान मोदी सरकार पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधते हुए लिखा, 'अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि किसी पुस्तक या लेख का जवाब दूसरी पुस्तक या लेख ही हो सकते हैं। लेकिन हम अब वाजपेयी के भारत में नहीं रह रहे।' एक और ट्वीट में गुहा ने लिखा, 'आज के भारत में स्वतंत्र लेखकों और पत्रकारों का उत्पीड़न किया जा रहा है। सताया जा रहा है और यहां तक कि हत्याएं कर दी जा रही हैं। लेकिन, हमें चुप नहीं होना है।'
Atal Bihari Vajpayee said the answer to a book or article can only be another book or article. But we no longer live in Vajpayee's India
— Ramachandra Guha (@Ram_Guha) September 11, 2017
In India today, independent writers and journalists are harassed, persecuted, and even killed. But we shall not be silenced.
— Ramachandra Guha (@Ram_Guha) September 11, 2017