भारतीय किसान यूनियन (भानू गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह के बेटे ओम प्रताप सिंह ने अवसाद में आकर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यूपी के ओम प्रताप भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष थे। आत्महत्या के पीछे आलू की फसल में घाटा बताया गया है। आलू की फसल में मंदी के कारण काफी दिनों से तनाव में थे। परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए अंतिम संस्कार कर दिया।
हिंदुस्तान अखबार के मुताबिक, कोतवाली जलेसर के गांव नगला सुखदेव सराय निवासी ओमप्रताप सिंह ठाकुर (35)भाकियू भानू के प्रदेशध्यक्ष थे। दो दिन पूर्व ही ओमप्रताप सिंह टूंडला से गांव आए थे। बुधवार सुबह करीब सात बजे ओमप्रताप सिंह अपने कमरे में सो रहे थे। मंगलवार सुबह करीब सात बजे कमरे से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। फायर की आवाज सुनकर घरवाले दौड़कर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे। ओमप्रताप को लहुलुहानवस्था में पड़ा देख घबरा गए। सिर में गोली लगी थी। परिजन स्वास्थ्य केंद्र ले जा रहे थे रास्ते में मौत हो गई। जानकारी लगते ही जलेसर, सकरौली पुलिस फोर्स के साथ पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया।
भानुप्रताप सिंह ने तहरीर में बताया कि बेटा ओमप्रताप सिंह आलू की फसल की सही कीमत न मिलने से तनाव में थे। उन्होंने 70-80 बीघा आलू फसल बोई थी। इसका उचित भाव न मिलने से पिछले काफी समय से परेशान थे। आलू की फसल में घाटा होने के कारण बेटे ने आत्महत्या कर ली।
पिछले कई दिनों से यूपी के किसानों द्वारा आलू सड़कों पर फेंके जाने की खबरें आ रही हैं लेकिन उस पर न सरकार, न ही प्रशासन का ध्यान है। कोल्ड स्टोरेज में आलू रखने की लागत काफी ज्यादा है, इसलिए भी किसान परेशान हैं।