पश्चिम बंगाल में एक पुस्तक में ‘फ्लाइंग सिख’ मिल्खा सिंह की जगह उनकी तस्वीर छापे जाने पर अभिनेता फरहान अख्तर के सवाल उठाने के एक दिन बाद तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने मामले पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि किताब ना तो सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा है और ना ही उसे राज्य सरकार ने प्रकाशित किया है।
तृणमूल के वरिष्ठ नेता ने हालांकि अख्तर को इस बात का आश्वासन दिया कि किताब छापने वाली निजी प्रकाशन कंपनी का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘शुक्रिया फरहान, मिल्खा की गलत तस्वीर छापने की जानकारी देने के लिए। राज्य के शिक्षा मंत्री से इस संबंध में बात की है। उन्होंने बताया कि यह सरकारी स्कूलों की किताब नहीं है। ना ही सरकार ने इसे प्रकाशित किया है।’
उन्होंने लिखा, ‘निजी प्रकाशन कंपनी का पता लगाया जा रहा है। उन्हें भविष्य के संस्करणों में यह गलती ठीक करनी होगी।’ अभिनेता ने भी राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन का उनके ट्वीट पर प्रतिक्रिया देने के लिए शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने लिखा, ‘आपकी प्रतिक्रिया की सराहना करता हूं। आपको ट्वीट में इसलिए टैग किया था क्योंकि आप शिक्षा को गंभीरता से लेते हैं।’ किताब में मिल्खा सिंह की जगह फरहान अख्तर की तस्वीर छपी पाई गई, जो सोशल मीडिया पर इन दिनों वायरल हो गई है। फरहान ने यह तस्वीर साझा करते हुए गलती सुधारने का आग्रह किया है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1958 के राष्ट्रमंडल खेलों में मिल्खा ने भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था। वर्ष 2013 में आई बायोपिक ‘भाग मिल्खा भाग’ में फरहान ने मिल्खा की भूमिका निभाई थी।