इसके बाद दिल्ली महिला आयोग की चेयपर्सन ने एक टीम गठित की। इस टीम ने पुलिस के साथ मिलकर जीबी रोड के कोठा नंबर 58 पर रेड की और 15 साल की इस लड़की को बरामद कर लिया। हालांकि शुरू में लड़की खुद को 20 साल की बता रही थी और उसकी गोद में एक बच्चा भी था जिसे वह अपना बता रही थी। लेकिन बाद में उसने सारी सच्चाई बयां कर दी।
उल्लेखनीय है कि यह लड़की मूल रूप से बिहार की रहने वाली है और छोटी सी उम्र में ही उसके मां बाप की मौत हो गई थी। जिसके बाद वह अपनी मौसी के घर पर रहने लगी। एक दिन उसकी मौसी के घर एक महिला आयी और उसे चुराकर दिल्ली ले आयी और दिल्ली में कोठे की मालकिन के पास बेच दिया। उस वक्त लड़की की उम्र 9 साल थी।
लड़की ने बताया कि कोठे की मालकिन ने कुछ साल के लिए उसे अपनी बहु के पास छोड़ दिया। जब इस लड़की की उम्र 11 साल हुई तो इसे वापस जीबी रोड पर लाया गया। 11 साल की उम्र में ही इस लड़की को कस्टमर के सामने भेजा गया। लड़की ने बताया कि वह आदमी उम्र से उससे काफी बड़ा था। लड़की ने बताया कि पहली बार जब उसने गंदा काम करने से मना किया तो उसे रस्सी से बांध कर डंडे से पीटा गया।
लड़की ने बताया कि पहली बार उसके साथ 5 लोगों ने रेप किया। उसने बताया कि करीब चार साल से उसे रोजाना अलग-अलग लोगों के साथ सोना पड़ता है। लड़की ने बताया कि जब कोठे पर पुलिस की रेड पड़ती थी तो उसे कोठे की मालकिन अपनी बहु के पास छोड़ कर आ जाती थी जो कहीं और रहती है। लड़की ने बताया कि कई बार उसने यहां से भागने की कोशिश की लेकिन कोठे के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं जिस वजह से वह कई बार भागते हुए पकड़ी गई और उसकी खूब पिटाई हुई।
इस लड़की ने बताया कि कुछ दिन पहले एक लड़का उसके पास आया। लड़की ने बताया कि उसने लड़के से कहा कि वह यहां से निकलना चाहती है लेकिन यह बात कोठे की मालकिन ने सुन ली और उसे बहुत मारा और कोठे से भगा दिया। यह वही लड़का है जिसने दिल्ली महिला आयोग को इसके बारे में सूचना दी थी।
महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद मालीवाल ने कहा कि हम शुरु से कह रहे हैं कि जीबी रोड पर नाबालिग लड़कियों को लाकर बेचा जा रहा है और उनका दुष्कर्म हो रहा है।सिस्टम की नाक के नीचे ये सारा काम हो रहा है। संसद से 3 किलोमीटर और पुलिस चौकी से 100 मीटर की दूरी पर कोठे चल रहे हैं। स्वाति जयहिंद मालीवाल ने कहा कि इन सभी कोठो को तुरंत बंद कर देना चाहिए और यहां की महिलायों का पुनर्वास होना चाहिए। जबकि कोठे चलाने वालो को पकड़ कर जेल में बंद कर देना चाहिए और उन्हें फांसी पर लटका देना चाहिए।