बहुजन समाज पार्टी से राज्यसभा सदस्य कश्यप और उनकी पत्नी देवेन्द्री को कविनगर पुलिस ने यशोदा अस्पताल के आईसीसीयू वार्ड से गिरफ्तार किया जहां वह दोनों 6 अप्रैल को सीने में दर्द की शिकायत के बाद भर्ती कराए गए थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उनके पुत्र सागर को भी गिरफ्तार किया गया है। सागर मृतक हिमांशी का पति है। पुलिस ने हिमांशी की दहेज के कारण मौत के मामले में तीनों की प्रथम दृष्टया संलिप्तता पाए जाने के बाद कश्यप, देवेन्द्री और सागर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि सरकारी डॉक्टरों का एक दल गठित किया गया है ताकि सांसद और उनकी पत्नी के स्वास्थ्य की जांच कर यह पता लगाया जा सके कि क्या वास्तव में कश्यप और उनकी पत्नी को सचमुच इलाज की जरूरत है ।
यशोदा अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक संगीता गर्ग ने बताया कि दल द्वारा जांच करने के बाद पुलिस ने कश्यप और उनकी पत्नी को गिरफ्तार किया। कश्यप की पुत्रवधू 29 वर्षीय हिमांशी कल संजय नगर स्थित सांसद के आवास के बाथरूम में सुबह करीब 11 बजे मृत मिली थी और उसके सर पर गोली लगने का निशान था। पुलिस ने कल कश्यप, देवेन्द्री, सागर, कश्यप की बेटियों, शोभा और सरिता तथा सागर के छोटे भाई सिद्धार्थ के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 498ए (पति या पति के परिवार वालों द्वारा क्रूरता करना), धारा 304बी (जलने या शरीर पर चोटों के कारण महिला की मौत) और दहेज निरोधक कानून की धारा 3 तथा 4 के तहत मामला दर्ज किया था। अधिकारियों ने बताया कि अन्य तीन आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
बसपा के पूर्व मंत्री हीरालाल कश्यप की बेटी हिमांशी का विवाह तीन साल पहले सागर से हुआ था और इन दोनों का एक साल का एक बेटा भी है। हिमांशी के चाचा हरिओम कश्यप ने शिकायत में आरोप लगाया है कि नरेंद्र कश्यप का परिवार दहेज नहीं लाने के कारण लड़की को प्रताड़ित करता था। हरिओम ने दावा किया कि यह लोग हिमांशी पर उसके माता-पिता से एक फॉर्च्यूनर एसयूवी लाने का दबाव डालते थे।
जिला मजिस्ट्रेट विमल शर्मा ने बताया कि राज्यसभा के सभापति को एक विस्तृत रिपोर्ट भेज कर घटना और सांसद की गिरफ्तारी के बारे में बताया जा रहा है। गाजियाबाद के एसएसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया मृतका के पति, ससुर और सास को प्रथम दृष्टया यह सामने आने पर गिरफ्तार कर लिया गया है कि उसे दहेज के लिए प्रताडि़त करने में यह लोग शामिल थे। एसएसपी सिंह ने बताया डीएसपी रैंक के अधिकारी पोस्ट मार्टम रिपोर्ट की जांच करेंगे। लेकिन प्रथम दृष्टया यह पता चला है कि पीड़ित को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता था।