भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रसिद्ध जय विलास पैलेस के रानी महल में सेंधमारी हुई है। सिंधिया राज परिवार के महल में हुई सेंधमारी की खबर के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। वरिष्ठ अधिकारी सहित पुलिसबल मौके पर पहुंच कर जांच कर रहे हैं। बदमाशों को पकड़ने के लिए डॉग स्क्वॉड और फोरेंसिक एक्सपर्ट्स की भी मदद ली गई है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि चोरों ने जय विलास पैलेस से क्या चुराया है।
बताया जा रहा है कि रात दो से तीन बजे के बीच बदमाश महल में छत के रास्ते दाखिल हुए थे। वहीं पुलिस और फोरेंसिक टीन ने जय विलास पैलेस के उस हिस्से से जरूरी साक्ष्य जब्त कर लिए हैं। जिस महल में चोरी हुई है वह महल लगभग 12 लाख वर्गफीट से भी ज्यादा बड़ा है। इस सुंदर महल की कीमत लगभग 4,000 करोड़ रुपये है। महल में 400 से भी ज्यादा कमरे हैं।
इस जय विलास को देखने देश विदेश से पर्यटक आते हैं। आइए जाने इस महल की खासियत-
जय विलास पैलेस सन् 1874 में श्रीमंत जयासी राव सिंधिया ने बनवाया था। यह पूरा राज महल 40 एकड़ में फैला हुआ है। सन् 1964 में इस पैलेस में जीवाजीराव सिंधिया म्यूजियम खोला गया था।
इस राज महल का निर्माण सैकड़ों विदेशी कारीगरों द्वारा कराया गया था। जिसमें 400 से ज्यादा कमरे है। यहां की दीवारों में सोने चांदी से नक्काशी की गई है। महल में 3500 किलो के दो झूमर लगे है। बताया जाता है कि झत की मजबूती का अंदाजा लगाने के लिए महल की छत पर 10 हाथियों को 7 दिनों तक रखा गया था। इस महल का निर्माण कार्य सर माइकल फिलोसे ने किया था। सन् 1874 में इस पैलेस की कीमत 200 मिलियन डॉलर थी।