सहारनपुर में पिछले एक महीने से जातीय टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा है। कल सब्बीरपुर गांव में हिंसा पीड़ित परिवारों से मिलने गईं बसपा प्रमुख मायावती के लौटने से पहले ही कई जगह झड़प शुरू हो गईं। सहारनपुर में आला अधिकारियों की माैैैजूदगी के बावजूद हमले, आगजनी और गोलीबारी की कई घटनाएं हुई, जिनमें एक युवक की मौत हो गई है और 13 लोग घायल हैं। पुलिस के मुताबिक, इन मामलों में अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
सहारनपुर की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अफसरों से काफी नाराज बताए जा रहे हैं। उनके निर्देश पर कल रात में ही गृह सचिव मणिप्रसाद मिश्रा, एडीजी (कानून-व्यवस्था) आदित्य मिश्रा, आईजी (एसटीएफ) अमिताभ यश और डीआईजी विजय भूषण सहारनपुर पहुंच गए। मुख्यमंत्री ने मंगलवार की घटना को दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
मंगलवार की घटना के बाद आज सुबह करीब तीन बजे नानौता-बड़गांव मार्ग पर दो लोगों पर हमला हुआ। ईंट भट्टेे से आ रहे एक व्यक्ति को गोली मारी गई, जबकि दूसरे के साथ मारपीट हुई है। हालांकि, पुलिस ने इस वारदात को सहारनपुर हिंसा से जोड़कर देखने से इंकार किया है। लेकिन आला अधिकारियों की मौजूदगी के बावजूद हिंसक घटनाओं से इलाके में तनाव व्याप्त है। सहारनपुुुर जिले के आसनवाली गांव में ग्राम प्रधान को गोली मारने की खबर भी आ रही है। इस मामले की अभी पूरी जानकारी नहीं मिली है।
मायावती की सभा से पहले नारेबाजी, बाद में झड़पें
मंगलवार को मायावती के सब्बीरपुर पहुंचने से पहले भीम आर्मी के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की, जिससे गांव का माहौल तनावपूर्ण हो गया। सभा के दौरान भी कुछ लोगों ने गांव में आगजनी का प्रयास किया। सभा समाप्त होने के साथ ही कई जगह झड़प और हमले शुरू हो गए थे। मायावती की सभा से लौट रहे 5-6 लोगों पर चंदपुरा गांव में हमला हुआ। इस दौरान गोली लगने से आशीष नामक युवक की मौत हो गई जबकि पांच लोग तलवार और लाठी-डंडाेें के हमले में बुरी तरह घायल हैं। योगी सरकार ने मृतक के परिवार को 15 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। उधर, राजपूतों ने भी दलिताेें पर आगजनी और महिलाओं से अभद्रता का आरोप लगाया है।
मायावती के जाने से बिगड़ा माहौल: श्रीकांत शर्मा
यूपी के कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने सहारनपुर में भड़की ताजा हिंसा के लिए बसपा अध्यक्ष मायावती को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सहारनपुर में शांति बहाल हो गई थी। लेकिन मायावती वहां अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने गईं। जिसके बाद ही माहौल बिगड़ा।
कल सब्बीरपुर में मायावती ने योगी सरकार पर जातीय टकराव पैदा करने का आरोप लगाया था। उन्होंने पक्षपात का आरोप लगाते हुए स्थानीय प्रशासन को भी आड़े हाथों लिया। मायावती का कहना है कि भाजपा और आरएसएस के जातिवादी तत्व सामाजिक भाईचारा बिगाड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री से मिलेंगे बसपा प्रतिनिधि
सहारनपुर के हालात को लेकर आज शाम बहुजन समाज पार्टी के पदाधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिल रहे हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र, बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर, विधानसभा में बीएसपी दल के नेता लालजी वर्मा व पार्टी के पूर्व वरिष्ठ मंत्री इन्द्रजीत सरोज का नाम शामिल है।