राजस्थान के एक प्रतिष्ठित एजुकेशन ग्रुप के मालिक की बेटी और करीब 100 करोड़ से ज्यादा की मालकिन शुभांगना सावलानी की मौत की मिस्ट्री उलझती जा रही है। शुभांगना सावलानी की ससुराल में खुदकुशी मामला तीन दिनों से सुलझ नहीं रहा है। जयपुर पुलिस मामले में कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है।
दीपशिखा एजुकेशन ग्रुप के मालिक प्रेम सुराना की बेटी शुभांगना ने शनिवार को अपने ससुराल में सुसाइड कर लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस के अनुसार सी-स्कीम स्थित गोखले मार्ग स्थित उनके घर में शुभांगना ने फंदे से लटकर अपनी जान दे दी। 40 वर्षीय शुभांगना जसोदा देवी कॉलेजेज़ एंड इंस्टीट्यूशन्स की चेयरपर्सन थीं और खुदकुशी के वक्त उसके पति राजकुमार सावलानी घर पर नहीं थे।
अशोक नगर थाना पुलिस ने शव तो पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया लेकिन अंतिम संस्कार के बाद भी खुदकुशी को लेकर जांच को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया। बताया जा रहा है कि शुभांगना ने शुक्रवार रात को ही आत्महत्या कर ली थी। उसकी मौत की जानकारी शनिवार सुबह उसके बेटे मिहिर सावलानी और नौकरानी को तब मिली जब वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकलीं।
कहा जा रहा है सुसाइड वाली रात शुभांगना का पति राजकुमार घर पर नहीं था। उसने खुद को सीतापुरा स्थित कॉलेज में होना बताया जबकि शुभांगना के पिछले कई दिनों से अवसाद में होने की भी बात कही जा रही है। इसी के चलते उसने खुदकुशी कर ली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुभांगना और राजकुमार ने लव मैरिज की थी। राजकुमार शादी से पहले अंडे का ठेला लगाता था। इन दोनों के वृद्धि और मिहिर नाम के दो बच्चे भी है। शादी के काफी समय बाद दोनों में अनबन होने लगी। पिछले एक साल से दोनों के बीच तलाक का केस चल रहा है, बातचीत बंद थी। सीतापुरा स्थित कॉलेज व सी-स्कीम स्थित बंगले पर शुभांगना ने पति राजकुमार के आने-जाने पर एक साल पहले ही रोक लगा दी थी। शुभांगना के पिता प्रेम सुराना ने बताया कि उनकी बेटी शादी से पहले रुचिरा सुराना नाम लिखती थीं। पति राजकुमार सावलानी अलग बिजनेस करते हैं। राजकुमार ने बताया कि शुभांगना कई दिनों से डिप्रेशन में थी। राजकुमार के मुताबिक संभवत: शुभांगना अपने काम को लेकर परेशान थीं।