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‘कैफे कॉफी डे’ के मालिक वीजी सिद्धार्थ मंगलुरु से लापता, कंपनी के शेयर लुढ़के

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री एसएम कृष्णा के दामाद और मशहूर कैफे चेन ‘कैफ...
‘कैफे कॉफी डे’ के मालिक वीजी सिद्धार्थ मंगलुरु से लापता, कंपनी के शेयर लुढ़के

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री एसएम कृष्णा के दामाद और मशहूर कैफे चेन ‘कैफ कॉफी डे’ के मालिक वीजी सिद्धार्थ सोमवार से लापता हैं। पुलिस के अनुसार, वह कर्नाटक के मंगलुरु से लापता हुए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें आखिरी बार मंगलुरु में नेत्रावती नदी के पास देखा गया। इस बीच कर्नाटक पुलिस ने वीजी सिद्धार्थ की खोजबीन के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पुलिस का कहना है कि अभी फिलहाल कुछ बता पाना संभव नहीं है। सिद्धार्थ की खोज में हेलीकॉप्टर के साथ साथ कोस्टगार्ड की भी मदद ली जा रही है। सिद्धार्थ के गायब होने की खबर आने के बाजार शेयर बाजारों उनकी कंपनी के शेयर 20 फीसदी लुढ़क गए।

वीजी सिद्धार्थ की खोजबीन के लिए नदी में उतारा गोताखोर

पुलिस ने वीजी सिद्धार्थ की तलाश के लिए सघन अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस ने उनकी खोजबीन के लिए नदी में भी गोताखोरों को उतारा है। इस बीच एसएम कृष्णा के घर बड़ी संख्या में लोगों का जुटना भी शुरू हो गया है।

बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को लिखे पत्र में सिद्धार्थ ने कहा- बतौर व्यवसायी नाकाम रहा

27 जुलाई को सिद्धार्थ ने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को लिखे पत्र में कहा था कि बतौर व्यवसायी नाकाम रहा। ‘कर्जदाताओं के दबाव से टूट चुका हूं’। पत्र में सिद्धार्थ ने लिखा, ‘‘बेहतर प्रयासों के बावजूद मैं मुनाफे वाला बिजनेस मॉडल तैयार करने में नाकाम रहा। मैने लंबे समय तक संघर्ष किया लेकिन अब और दबाव नहीं झेल सकता। एक प्राइवेट इक्विटी पार्टनर 6 महीने पुराने ट्रांजेक्शन से जुड़े मामले में शेयर बायबैक करने का दबाव बना रहा है। मैंने दोस्त से बड़ी रकम उधार लेकर ट्रांजेक्शन का एक हिस्सा पूरा किया था। दूसरे कर्जदाताओं द्वारा भारी दबाव की वजह से मैं टूट चुका हूं। आयकर के पूर्व डीजी ने माइंडट्री की डील रोकने के लिए दो बार हमारे शेयर अटैच किए थे। बाद में कॉफी डे के शेयर भी अटैच कर दिए थे। यह गलत था जिसकी वजह से हमारे सामने नकदी का संकट आ गया।’’

 ‘‘मेरी विनती है कि आप सभी मजबूती से नए मैनेजमेंट के साथ बिजनेस को आगे बढ़ाते रहें। सभी गलतियों और वित्तीय लेन-देन के लिए मैं जिम्मेदार हूं। मेरी टीम, ऑडिटर्स और सीनियर मैनेजमेंट को मेरे ट्रांजेक्शंस के बारे में जानकारी नहीं है। कानून को सिर्फ मुझे जिम्मेदार ठहराना चाहिए। मैंने परिवार या किसी अन्य को इस बारे में नहीं बताया।’’

 ‘‘मेरा इरादा किसी को गुमराह या धोखा देने का नहीं था। एक कारोबारी के तौर पर मैं विफल रहा। उम्मीद है कि एक दिन आप समझेंगे, मुझे माफ कर दीजिए। हमारी संपत्तियों और उनकी संभावित वैल्यू की लिस्ट संलग्न कर रहा हूं। हमारी संपत्तियां हमारी देनदारियों से ज्यादा हैं। इनसे सभी का बकाया चुका सकते हैं।’’

यहां पढ़ें पूरा लेटर- 

वो कार से उतरे और बोले की कुछ देर में वो वापस आ जाएंगे: ड्राइवर

सिद्धार्थ के ड्राइवर का कहना है कि उन्होंने नेत्रावती नदी के पुल पर कार रोकने के लिए कहा। वो कार से उतरे और बोले की कुछ देर टहलकर वापस आ जाएंगे। 30 मिनट बीत जाने के बाद उसने फोन किया लेकिन उनका मोबाइन स्विच्ड ऑफ आने लगा। 

क्या बोले कांग्रेस नेता यूटी खद्दार

वीजी सिद्धार्थ के लापता होने की खबर के बाद सर्च ऑपरेशन वाली जगह पर पहुंचे कांग्रेस के एक नेता यूटी खद्दार ने बताया कि वे यह सुनकर हैरत में हैं। उन्होंने कहा, 'जब मैंने यह समाचार सुना तो मैं हैरान रह गया। पुलिस कमिश्नर और डीसी ने सर्च ऑपरेशन के आदेश दे दिए हैं और स्थानीय लोगों की मदद से तलाश जारी है।'

सिद्धार्थ बेंगलुरु से यह कहते हुए निकले थे कि वह सकलेशपुर जा रहे है: मंगलुरु पुलिस

मंगलुरु के पुलिस कमिश्नर संदीप पाटिल ने कहा कि वीजी सिद्धार्थ बेंगलुरु से यह कहकर निकले थे कि वह सकलेशपुर जा रहे है, लेकिन रास्ते में अपने ड्राइवर से मंगलुरु जाने के लिए कहा। नेत्रावती नदी के पुल पर पहुंचकर सिद्धार्थ कार से नीचे उतरे और अपने ड्राइवर को जाने के लिए कहा।

मोबाइल स्विच ऑफ, नदी में तलाश

बताया जा रहा है कि लापता होने से पहले सिद्धार्थ ने अपने सीएफओ से बात की थी। सीएफओ से बातचीत करने के बाद सिद्धार्थ का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। इस कारण एसएम कृष्णा समेत पूरा परिवार परेशान है। 

सितंबर-2017 में आयकर विभाग के अधिकारियों ने मारा था छापा

बता दें कि सितंबर 2017 में सिद्धार्थ के दफ्तर पर आयकर विभाग के अधिकारियों ने छापा मारा था। सिद्धार्थ की गिनती देश के सबसे ज्यादा कॉफी बीन की सप्लाई करने वाले लोगों में की जाती है। माइंडट्री की वेबसाइट पर उनकी प्रोफाइल के मुताबिक उनका परिवार 130 सालों से ज्यादा समय से कॉफी के बिजनेस में हैं। माइंड ट्री में वह नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं।

 कौन हैं एसएम कृष्णा

जीवन के 5 दशक कांग्रेस में गुजारने के बाद पूर्व विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए थे। कर्नाटक की राजनीति में उनका दबदबा रहा है और वे 1999 से 2004 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। इसके अलावा वे कर्नाटक विधानसभा में स्पीकर और 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र के गवर्नर भी रह चुके हैं। 2017 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी से नाराज होकर इस्तीफा दिया था और फिर बाद में बीजेपी का दामन थाम लिया।

कॉफी डे इंटरप्राइजेज के शेयर लुढ़के

कैफे कॉफी डे चेन की प्रमोटर कंपनी कॉफी डे इंटरप्राइजेज का शेयर बीएसई में 19,99 फीसदी की गिरावट के साथ 154.05 रुपये पर कारोबार कर रहा था। एनएसई में कंपनी का शेयर 20 फीसदी गिरकर 153.40 रुपये पर रह गया। सिद्धार्थ की गुमशुदगी की खबर आने के बाद घबराहट में निवेशकों ने बिकवाली तेज कर दी। 

 

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