एशिया के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया सोनागाछी की यौनकर्मी इस बार दुर्गा पूजा में पश्चिम बंगाल मत्स्यपालन विभाग के फूड पवेलियनों में शेफ की भूमिका निभाती नजर आएंगी।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के यौनकर्मियों के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठन दरबार महिला समन्वय समिति डीएमएससी और राज्य मत्स्यपालन विकास निगम एसएफडीसी के बीच इस परियोजना को लेकर बातचीत की गई। जिसके बाद यौनकर्मियों को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया गया है।
डीएमएससी के साथ 1,30,000 से अधिक यौनकर्मी पंजीकृत हैं। डीएमसी के एक अधिकारी समरजीत जाना ने पीटीआई को बताया, "मत्स्य विभाग ने हमसे पूछा था कि क्या कुछ महिलाएं उनकी रसोई और मत्स्य प्रसंस्करण इकाईयों में मदद दे सकती हैं। इस पर हमने यौनकर्मियों से उनकी राय पूछी जिसमें कई महिलाओं और उनके बच्चों ने खानसामा के तौर पर काम करने की इच्छा जताई।"
बताया गया कि पहले समूह में कुल 30 यौनकर्मियों को एसएफडीसी के प्रशिक्षण में भेजा गया है। एसएफडीसी के प्रबंधन निदेशक सौम्यजीत दास ने कहा, “हमारी प्रसंस्करण इकाईयों में हमें लोगों की जरूरत है क्योंकि कई फूड चेन, ऑनलाइन ग्रॉसरी शॉप और सुपर मार्केट से नियमित तौर पर हमें बड़े-बड़े ऑर्डर मिलते हैं। ऐसे में उनकी खानसामे की भूमिका महज पूजा तक केवल नहीं रहेगी।”