इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की बंगाल शाखा ने पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल (डब्ल्यूबीएमसी) को एक पत्र लिखकर आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष का पंजीकरण रद्द करने का आग्रह किया।
आईएमए बंगाल ने पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष सुदीप्तो रॉय को लेटर लिखा है और पूछा है कि संविधान में ऐसा करने का प्रावधान है। बावजूद इसके घोष का मेडिकल रजिस्ट्रेशन अभी तक रद्द क्यों नहीं किया गया। घोष को सीबीआई ने 2 सितंबर को अरेस्ट किया था। इसके बाद पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल ने 7 सितंबर को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसमें तीन दिन में जवाब देने के लिए कहा था।
आरजी कर अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं के सिलसिले में दो सितंबर को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा घोष की गिरफ्तारी के बाद, डब्ल्यूबीएमसी ने सात सितंबर को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करके तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा था कि उनका मेडिकल पंजीकरण रद्द क्यों नहीं किया जाए।
सूत्रों ने बताया कि घोष की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, जो बलात्कार-हत्या मामले में गिरफ्तारी के बाद अब सीबीआई की हिरासत में हैं।