एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दार्जलिंग में पीटीआई को बताया, " हमने गुरुंग और उनकी पत्नी के खिलाफ एक केस दायर किया है और जांच जारी है। उन पर आरोप है कि बीते शनिवार को संघर्ष के दौरान हुई हिंसा, आगजनी और एक आदमी की मौत की घटना में वे दोनों भी शामिल थे।’’ दूसरी ओर एक वरिष्ठ जीजेएम नेता ने गुरुंग और उनकी पत्नी दर्ज केस को फर्जी बताया है। नेता का कहना है, " हमारे तीन समर्थक मारे गए हैं और वे उलटा वे हमारे ऊपर ही केस दर्ज कर रहे हैं।" नेता ने कहा, " मुकदमा तो पुलिस और राज्य प्रशासन के खिलाफ मानवाधिकार हनन और हत्या का, दर्ज होना चाहिए।"
जीजेएम नेताओं का आरोप है कि वे और उनके समर्थक शनिवार को जब एक अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर प्रदर्शन और दार्जलिंग हिल्स पर बंद का निरीक्षण कर रहे थे, उसी दौरान पुलिस के साथ हुए संघर्ष में उनके तीन समर्थकों को मार दिया गया। जब कि पुलिस केवल एक ही मौत मान रही है।