विवादित बयान देकर सुर्खियों में रहने वाले उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी के खिलाफ शिकंजा कस गया है। लखनऊ में "मोदी हटाओ, योगी लाओ" के नारे लिखे होर्डिंग लगाने पर संगठन के खिलाफ हजरतगंज थाने में आईपीसी की धारा 188, 505 और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों की खोजबीन शुरू कर दी है।
अमित जानी के इस बयान पर हुआ विवाद
लखनऊ में अमित जानी ने पांच राज्यों में हार के बाद "मोदी हटाओ, योगी लाओ" के नारे लिखे होर्डिंग्स लगवाए थे। इसमें "योगी नहीं, तो वोट नहीं" नारे के साथ उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना ने धर्म संसद का ऐलान किया था। साथ ही जनवरी तक भाजपा को राम मंदिर और जनसंख्या नियंत्रण के लिए संसद में कानून बनाने का अल्टीमेटम दिया था। साथ ही, कहा था कि यदि राममंदिर और जनसंख्या नियंत्रण कानून पर मौन साधा गया तो 10 फरवरी को रमाबाई अम्बेडकर मैदान लखनऊ में पांच लाख हिन्दुओं के साथ धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा।
मोदी जी के जुमलों से देश की हिन्दू जनता तंग आ चुकी है
अमित जानी ने कहा कि मोदी जी के जुमलों से देश की हिन्दू जनता तंग आ चुकी है, हिन्दुओं से धोखा हुआ है। इसी का परिणाम पांच राज्यों की पराजय है। अमित जानी ने कहा कि यदि योगी स्टार प्रचारक न होते तो पांच राज्यों में भाजपा खाता भी न खोल पाती। अब वक्त आ गया है जब राममंदिर बनाने, धारा 370 और जनसंख्या कानून जैसे मुद्दे हल करने होंगे। नहीं तो 2019 में उत्तर प्रदेश में 80 में से एक सीट की भी उम्मीद मोदी ने करें।
योगी के समर्थन में दी दलीलें
अमित जानी ने कहा कि योगी जी के दो दिन पूर्व दिए बयान को समझने की जरूरत है, जिसमें उन्होंने कहा है कि "यदि राम मंदिर बनाना उत्तर प्रदेश सरकार के हाथ में होता तो मैं 24 घंटे में बना देता"। ये बयान इशारा है कि दुर्भाग्य से मंदिर बनाने का कानून वह सरकार ला सकती है, जो जुमलेबाजों द्वारा संचालित की जा रही है। इशारा साफ है कि यदि योगी प्रधानमंत्री होते तो 24 घंटे में राममंदिर बन जाता।
जो राम का नहीं, वो किसी काम का नहीं: अमित
जानी ने कहा कि हिन्दुओं की नाराजगी न भाजपा से है ना मोदी से, लेकिन जो राम का नहीं, वो किसी काम का नहीं। अयोध्या से फैज़ाबाद नाम का कलंक धोकर, सदियों से वीरान पड़ी अयोध्या में दीपावली पर महोत्सव करके, अलविदा जुमे के दिन पड़ी होली को धूमधाम से मनवाने के लिए, अलविदा जुमा की नमाज को तीन घंटे पीछे हटवाकर, कांवड़ यात्रा में डीजे पर लगा प्रतिबंध हटवाकर, इलाहाबाद नाम से धर्मनगरी को प्रयागराज में तब्दील करके योगी जी ने स्पष्ट कर दिया है कि वे सिर्फ हिन्दुओं की बात करेंगे और हिन्दू राष्ट्र को कायम करेंगे।
अमित जानी ने कहा कि बौद्ध धर्म गुरु विराथु की भांति भविष्य में यदि भारत के हिन्दुओं को कोई कश्मीरी पंडितों की भांति मरने कटने से बचा सकता है तो वो सिर्फ योगी आदित्यनाथ हैं, बाला साहेब ठाकरे के बाद हिन्दू सम्राट का रिक्त स्थान खाली था, जिसको योगी जी ने भर दिया है।