उत्तर प्रदेश में सीबीआई को छापेमारी में बुलंदशहर डीएम के आवास से 47 लाख और आजमगढ़ सीडीओ के आवास से 10 लाख रुपए नगद मिले हैं। मामले में सीबीआई ने दो एफआईआर दर्ज किया है। जानकारी के मुताबिक, तलाशी के दौरान आईएएस के घर से सीबीआई को नोटों की कई गड्डियां मिलीं। इन गड्डियों को गिनवाने के लिए बाद में मशीन मंगवाई गई। लोगों को नोट गिनने वाली मशीन का पता तब चला जब छापेमारी के दौरान एक गाड़ी डीएम के आवास से बाहर गई और कुछ देर बाद वापस लौटी।
अखिलेश यादव सरकार में फतेहपुर के डीएम थे अभय सिंह
अभय सिंह समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव सरकार में फतेहपुर के डीएम थे। बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने सारे नियमों को ताक पर रखकर मनमाने ढंग से खनन पट्टे किए। हाई कोर्ट की रोक के बावजूद लोगों को अवैध खन की रेवड़ी बांटी गई। वह मूल रूप से प्रतापगढ़ के रहने वाले हैं। उन्हें लगभग पांच महीने पहले ही बुलंदशहर का डीएम बनाया गया था।
इन जगहों पर हुई छापेमारी
सीबीआई ने यूपी में अवैध खनन के मामलों में 12 ठिकानों बुलंदशहर, लखनऊ, फतेहपुर, आजमगढ़, इलाहाबाद, देवरिया सहित गोरखपुर में छापेमारी की है। सीबीआई ने अवैध खनन के मामलों में आईएएस बी चंद्रकला के बाद डीएम बुलंदशहर अभय कुमार सिंह और कौशल विकास मिशन के डायरेक्टर विवेक कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। फतेहपुर में डीएम रहते अभय कुमार सिंह पर खनन में गड़बड़ी का आरोप है। अभय कुमार के आवास से सीबीआई को 47 लाख रुपए मिले हैं। विवेक कुमार पर देवरिया जिले में डीएम रहते खनन में गड़बड़ी का आरोप है। छापेमारी में सीबीआई को दोनों अधिकारियों के घर से संपत्तियों के तमाम कागजात मिले हैं। इसके अलावा आजमगढ़ सीडीओ देवी शरण उपाध्याय तत्कालीन एडीएम देवरिया के घर से 10 लाख रुपए नगद मिले हैं।
कई नौकरशाह निशाने पर
सीबीआई ने पहली एफआईआर में तत्कालीन डीएम फतेहपुर अभय कुमार और तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति सहित तत्कालीन आईएएस जिवेश नंदा, आईएएस संतोष कुमार और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन पर आरोप है कि इन्होंने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया और तीन रेत खनन पट्टे को रीन्यू किया और अभय ने धोखे से निष्पादित सौदों को पट्टे के लिए ई-निविदा के हाईकोर्ट के आदेशों का पालन नहीं किया।
सीबीआई की दूसरी प्राथमिकी में तत्कालीन डीएम देवरिया विवेक कुमार, तत्कालीन एडीएम देवीशरण उपाध्याय, उनके कार्यालय के अन्य अधिकारियों और निजी व्यक्तियों ने साजिशन फूल बदन निषाद और शारदा यादव के पक्ष में दो रेत खनन पट्टे का नवीनीकरण किया। इसके अलावा तत्कालीन खनन निरीक्षक देवरिया पंकज केआर सिंह ने छोटे खनिजों के परिवहन के लिए एमएम 11 रूपों का दुरुपयोग किया।
मुरादाबाद में भी सीबीआई का छापा
मुरादाबाद में प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक में महाप्रबंधक शैलेश रंजन के घर सीबीआई ने छापा मारा। मेरठ में पंजाब नेशनल बैंक में एजीएम रहे शैलेश रंजन हाल ही में प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक में महाप्रबंधक पद पर नियुक्त हुए हैं। प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के चेयरमैन अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि शैलेश रंजन की मध्य प्रदेश के इंदौर में तैनाती के दौरान किसी मामले में जांच चल रही है।
पूर्व डीएम बी. चंद्रकला से सीबीआई कर चुकी है पूछताछ
अवैध खनन मामले में जांच कर रही सीबीआई इससे पहले आईएएस और बुलंदशहर की पूर्व डीएम बी. चंद्रकला से भी पूछताछ कर चुकी है। चंद्रकला पर हमीरपुर डीएम रहने के दौरान मनमाने ढंग से खनन पट्टे करने का आरोप लगा है। उनके खिलाफ भी सीबीआई जांच चल रही है। उनके पास भी अघोषित संपत्तियां मिली थीं।
सीबीआई ने दर्ज की थीं सात एफआईआर
28 जुलाई 2016 को हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई यह केस लिया था। जिसके बाद उसने सात प्राथमिक जांच दर्ज की थीं। इनमें से तीन हमीरपुर, शामली और कौशाम्बी जिलों से जुड़ी जांचों को प्राथमिकियों में तब्दील कर दिया गया।