कर्नाटक के पूर्व मंत्री एवं खनन उद्योगपति जी जर्नादन रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया गया है। रेड्डी को बेंगलुरु से सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने एंबिडेंट ग्रुुप रिश्वत मामले (पोंजी स्कीम धोखाधड़ी) में गिरफ्तार किया। केंद्रीय अपराध शाखा ने फरार चल रहे खनन कारोबारी जनार्दन रेड्डी को 11 नवंबर तक पेश होने का शुक्रवार को नोटिस जारी किया। इस नोटिस से एक दिन पहले ही रेड्डी के बेल्लारी स्थित आवास पर छापेमारी हुई थी। 600 करोड़ रुपये के इस हेरफेर में वे 24 नवंबर तक न्यायायिक हिरासत (जेल) में रहेंगे। इसके अलावा उनकी फर्म पर 1.86 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
दो दिन चली पूछताछ
रेड्डी शनिवार को पोंजी धोखाधड़ी के सिलसिले में पुलिस के सामने पेश हुए और उन्होंने आरोपों को ‘राजनीतिक साजिश’ करार दिया। रेड्डी अपने वकीलों के साथ कार से केंद्रीय अपराध शाखा कार्यालय पहुंचे थे जिसके बाद शनिवार रात करीब ढाई बजे तक उनसे पूछताछ की गई। रेड्डी ने रात क्राइम ब्रांच के वेटिंग रूम में ही रात गुजारी। इसके बाद रविवार सुबह 9 बजे से उनसे पूछताछ दोबारा शुरू हुई। पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच ने रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया।
रेड्डी ने जारी किया था वीडियो संदेश
इससे पहले उन्होंने किसी अज्ञात स्थान से वीडियो जारी कर कहा था कि वह केंद्रीय अपराध शाखा के सामने पेश होंगे। अपने वीडियो संदेश में रेड्डी ने कहा था कि वह भाग नहीं रहे हैं और शहर में ही हैं। उन्हें भागने की कोई जरूरत भी नहीं है। टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित संदेश में उन्होंने कहा था, ‘मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। पुलिस के पास यह साबित करने के लिए एक भी सबूत नहीं है कि मैं गलत हूं। वह मीडिया को गुमराह कर रही है।'