त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि केंद्र बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए राज्य में एक टीम भेजेगा। राज्य में बाढ़ से कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि कुल 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और उनमें से 1.37 लाख लोग बेघर हो गए हैं।
साहा ने जन्माष्टमी कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, "केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुझे आश्वासन दिया है कि वह बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए जल्द ही एक केंद्रीय टीम भेजेंगे। केंद्रीय टीम बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेगी।" उन्होंने कहा कि केंद्रीय टीम के आने पर राज्य सरकार बाढ़ से हुई तबाही की सच्ची तस्वीर पेश करेगी।
साहा ने राज्य को वित्तीय सहायता देने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "योगी आदित्यनाथ ने मुझसे बात की है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बहाली कार्यों के लिए 10 करोड़ रुपये दान किए हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने भी बहाली कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपये दान किए हैं। केंद्र निश्चित रूप से इन कठिन समय के दौरान त्रिपुरा की सहायता करेगा, लेकिन जिस तरह से अन्य राज्य भी मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं, वह सराहनीय है।"
संवाददाताओं से बात करते हुए राजस्व सचिव बृजेश पांडे ने कहा कि सभी जिलाधिकारियों को बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने को कहा गया है। बाढ़ से सड़कों, इमारतों, बिजली लाइनों, तटबंधों और कृषि भूमि को भारी नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ से करीब 15,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि सभी प्रमुख नदियों में पानी घटने के बावजूद करीब 70,000 लोग अभी भी 471 राहत शिविरों में हैं।