सूरत में पाटीदारों के बीच अच्छे संबंध बनाने गए अमित शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी को मायूसी का सामना करना पड़ा। उन्हें उम्मीद भी नहीं होगी कि उन्हें इस तरह विरोध का सामना करना पड़ेगा। सभा के दौरान हार्दिक समर्थकों ने पहनी हुई टोपियां और बाद में कुर्सियां उछालकर विरोध दर्ज किया। विरोध का आलम ये था कि अमित शाह सिर्फ चंद मिनटों में अपना भाषण खत्म कर रवाना हो गए। भाजपा की केसरिया टोपी पहनकर सभा खंड में पहुंचे हार्दिक समर्थकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
अपने संक्षिप्त भाषण में शाह ने कहा कि गुजरात और भाजपा का विकास पाटीदार समाज से जुड़ा हुआ है। लेकिन उनके इस मरहम से कोई फायदा नहीं हुआ और हार्दिक की संस्था पाटीदार अनामत आंदोलन समिति का एक कार्यकर्ता मंच की तरफ आया और ऐन उनके सामने आकर शाह के खिलाफ नारेबाजी की।