पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र का दूसरा दिन हंगामे के साथ शुरू हुआ। इस दौरान अकाली दल ने राहुल गांधी की तरफ से 1984 सिख दंगों में कांग्रेस का हाथ न होने के दिए बयान पर अकाली दल ने हंगामा किया। इस दौरान अकाली दल ने इंदिरा गांधी1984 के इंसाफ के पोस्टर पकड़ कर नारेबाजी की। अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने कहा कि स्टिंग ऑपरेशन में जगदीश टाइटलर ने अपने एक बयान में खुद कहा था कि जब 1984 सिख कत्लेआम हुआ था तो उस समय अपनी जीप में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ गए थे और वहां उन्होंने देखा कि कैसे कत्लेआम हुआ।
इसके जवाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि जिस समय सिख कत्लेआम हुआ, उस समय राजीव गांधी दिल्ली में नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल गए हुए थे। इस दौरान लंबे समय से 1984 सिख दंगों को लेकर संघर्ष कर रहे आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक एच.एस. फुलका ने विधानसभा में स्पीकर से बोलने के लिए समय दिए जाने की मांग भी की। दूसरी तरफ अकाली दल ने सरकार के खिलाफ की जा रही नारेबाजी के विरोध में कांग्रेसियों ने अकालियों के खिलाफ गुरू के कातिल मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।
ब्रह्म महिंद्रा ने पेश की रिपोर्ट
वहीं, कैबिनेट मंत्री ब्रह्म महिंद्रा ने बेअदबी मामलों पर जांच कर रहे पूर्व जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट विधानसभा में पेश की। इस दौरान स्पीकर की तरफ से मंगलवार को इस रिपोर्ट पर दो घंटों की बहस का समय निर्धारित किया गया। जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट पर विधानसभा में बहस की कार्यवाही का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। जैसे ही मंत्री ब्रह्म महिंद्रा ने जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट को विधानसभा में पेश किया गया तो अकाली दल ने सदन में वॉकआउट कर लिया। स्पीकर की तरफ से इस रिपोर्ट पर चर्चा के लिए दिए गए दो घंटो के समय को कम बताते हुए सुखपाल खैहरा ने यह समय बढ़ाने की मांग की, जिस पर स्पीकर राणा के.पी. सिंह ने कहा कि बहस का समय बढ़ाया जाएगा और जितनी जरूरत पड़ी उतना समय दिया जाएगा।