बीते दो दशक में तमिलनाडु की राजधानी में आए सबसे शक्तिशाली तूफान के कारण दस लोगों की मौत हो गई, संचार साधन ठप पड़ गए, घर ढह गए और रेल-सड़क तथा वायु यातायात अस्तव्यस्त हो गया। मंगलवार सुबह से बारिश बंद है, लोग सड़कों पर उतर आए हैं और चाय के ठेलों पर भीड़ देखी जा सकती है। बस स्टाॅप और रेलवे स्टेशन पर भी लोग इंतजार करते दिखे, यहां कुछ सेवाएं बहाल हो चुकी है।
दक्षिण रेलवे ने बताया कि एमएससी, सुलुरपत्ता:अरक्कूनाम खंड में सेवाएं आंशिक रूप से बहाल की गई है जबकि व्यस्त तांबाराम-चेंगालपत्तू मार्ग पर सेवाएं अभी शुरू नहीं की गई। चेन्नई हवाईअड्डे पर निलंबित की गई उड़ान सेवाओं को बहाल कर दिया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्राी अशोक गजपति राजू ने ट्वीट किया, चेन्नई हवाईअड्डे पर मंगलवार सुबह उड़ान सेवा बहाल कर दी गई।
सोमवार को तेज हवाओं और बारिश के कारण कई उड़ानों को या तो रद्द कर दिया गया था या फिर उनका मार्ग बदल दिया गया था। कई इलाकों में बिजली के तारों पर पेड़ गिर जाने के कारण बिजली गुल हो गई थी जिसे अभी तक शुरू नहीं किया जा सका है। निचले इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
चक्रवाती तूफान वरदा ने तमिलनाडु में भारी तबाही मचाई। तूफान और तेज हवाओं के कारण तटीय इलाकों में जगह-जगह नुकसान हुआ है। आंध्र प्रदेश में भी तेज हवाओं से कई जगह कारें और टैंकर पलट गईं, पोल गिर गए। तटीय इलाकों में हुआ नुकसान भारी बारिश और 100 किलोमीटर की रफ्तार वाली हवा के साथ चक्रवात 'वरदा' सोमवार को चेन्नई तट से टकराया। 'वरदा' के कारण तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई। तेज हवा से सड़कों के आस-पास लगे पेड़ उखड़ गए। कई गाड़ियां पेड़ों के नीचे दब गई। इस चक्रवात से निपटने के लिए एनडीआरएफ और नौसेना की टीमें मुस्तैद थीं।