छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और जेसीसी सुप्रीमो अजीत जोगी ने अपने 72वें जन्मदिन के बहाने राजधानी रायपुर में मेगा शो करते हुए चुनावी बिगुल फूंक दिया। अच्छी खासी भीड़ जुटाने में कामयाब रहे जोगी ने अपने भाषण में हर उस पहलू को छूने की कोशिश की, जिससे जनता का समर्थन जुटाया जा सके। भाषण राजनीतिक भी रहा, तो भावनात्मक तौर पर भी जोगी आम लोगों के बीच अपने रिश्ते को गढ़ते नजर आए।
रविवार को 'मिशन साथ दो' कार्यक्रम में पूर्व सीएम जोगी ने अपने चिर परिचित अंदाज में कहा कि छत्तीसगढ़ के फैसले अब छत्तीसगढ़ में और छत्तीसगढ़ के लोगों द्वारा किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मोदी और राहुल छत्तीसगढ़ के फैसले न करें। अब दिल्ली और नागपुर से फैसले नहीं होंगे। अजीत जोगी ने इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर निशाना साधा और दोनों को विकास विरोधी बताया। अजीत जोगी ने कहा कि एक पार्टी ने 55 साल और दूसरे ने 15 साल राज किया लेकिन छत्तीसगढ़ में विकास नहीं हो पाया।
साइंस कॉलेज मैदान में जुटे समर्थकों से जनता कांग्रेस के सुप्रीमो अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ी बोली में ही बात की। उन्होंने वहां आए लोगों से अपनी कहानी साझा की। उन्होंने कहा, 'मैं गरीब से अमीर बना हूं। मैं चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ का एक-एक लड़का, एक-एक लड़की अजीत जोगी बने। मैंने हल भी चलाए हैं और धान काटने का भी काम किया। मैंने बहुत गरीबी देखी है और संघर्ष करके आईपीएस, आईएएस, सांसद, राज्यसभा सांसद , विधायक और मुख्यमंत्री तक बना। आज मेरे पास किसी चीज की कमी नहीं है। मेरी पत्नी और बेटे विधायक हैं। मुझे पेंशन मिलता है लेकिन मैं आज व्हीलचेयर में सिर्फ आपके लिए आया हूं।'
उन्होंने कहा, 'यह जिंदगी आप लोगों की दी हुई है। यह जिंदगी मेरी जिंदगी नहीं है, यह जन्मदिन, मेरा जन्मदिन नहीं है। यह जन्मदिन आपका है। 13 साल तक लगातार कलेक्टर रहा। मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने 2400 रुपए समर्थन मूल्य और बोनस देने का वादा किया था लेकिन नहीं दिया। केन्द्र सरकार ने भी साथ नहीं दिया।' अजीत जोगी ने कहा कि किसानों के साथ आम जनता के लिए वे संघर्ष करते रहेंगे।