छत्तीसगढ़ सरकार अब अपनी छवि को निखारने के लिए फेसबुक का सहारा ले रही रही है। ग्रामीण उद्यमिता के लिए डिजिटल गवर्नेंस पर जोर देते हुए ग्रामीण इलाकों तक अपनी पैठ बनाने के लिए सरकार ने 7500 फेसबुक के वेरिफाइड पेज लांच किए हैं। सरकार का मानना है कि फेसबुक जनसेवा-जन जागरुकता का बड़ा माध्यम बन रहा है। फेसबुक और छत्तीसगढ़ सरकार की शुरुआत एक साथ ही की है। 2003 में रमन सिंह को जनादेश मिला और 2004 में सरकार ने कार्य शुरू किया और मार्क जुकेरबर्ग ने भी 2004 ही में फेसबुक की स्थापना की।
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि एक साथ 7,500 पेज लांच करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि फेसबुक आईटी का विस्तार है। फेसबुक जनसेवा-जन जागरुकता का बड़ा माध्यम बन रहा है। हमारे ग्रामीण उद्यमी इसका बेहतर उपयोग कर सकते है। इंटरनेट की पहुंच अब इतनी व्यापक है कि दंतेवाड़ा जिले का पालनार गांव अब कैशलेस हो गया है। अबूझमाड़ जैसे दूरस्थ जगह में भी बच्चे कनेक्टिविटी चाहते है। वहां का आदमी भी तकनीक का उपयोग कर अपना जीवन परिवर्तित करना चाहता है। यह नया युग है और इस युग के परिवर्तनकारी ग्रामीण उद्यमी है।
फेसबुक की ग्लोबल पॉलिटिक्स एंड आउटरीच डायरेक्टर केटी हर्बाथ ने कहा कि बैंकिंग सेवा और अन्य शासन की गतिविधियां मंझोले शहर और गांव तक पहुंच रही हैं। एक अच्छे ग्रामीण उद्यमी में न सिर्फ उद्यमिता की क्षमता होती है बल्कि उनमें सामाजिक दायित्व भी होता है। वे विश्वसनीय भी होते हैं और समाज में इज्जत भी पाते हैं। फेसबुक समुदायों का निर्माण करने में प्रतिबद्ध है, इसलिए उन्होंने \"जय जोहर- जय छत्तीसगढ़\" का नारा भी दोहराया।
मुख्य सचिव सूचना प्रौद्योगिकी अमन सिंह ने कहा कि यह ऐसा पहला मौका है जब फेसबुक ने इतनी बड़ी संख्या में अपने वेरिफाइड पेज लांच किए हैं जो यह वर्ल्ड रिकॉर्ड सरीखा है। उन्होंने यह भी कहा किया कि छत्तीसगढ़ सीएससी ट्रांसक्शन रेट में 9 प्रतिशत है, जो सबसे अधिक है। कर्नाटक और अन्य राज्यों का ट्रांसक्शन रेट 4 प्रतिशत ही है।
इस दौरान उन्होंने तीन मुख्य आईटी परियोजनाओं के बारे में बताया कि हम 800 किलोमीटर का फाइबर ऑप्टिक्स बस्तर में बिछाने का काम अगले महीने शुरू कर देंगे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ सरकार ने संचार क्रांति योजना के माध्यम से 50 लाख स्मार्टफोन का वितरण किया है, पुराने टावर को अपग्रेड कर तीन हजार नए टावर लगाए गए हैं।
इस पहल का मुख्य-उद्देश्य है उद्यमिता में रूचि रखने वाले लोगों को साथ लाना, जिससे वे न सिर्फ अपनी बेहतरी के लिए काम कर पाएं, बल्कि समाज को भी आगे बढ़ने में मदद करें। सरकार की यह पहल लोगों को आगे बढ़ने का जरिया मुहैय्या करवाएगी और स्व-उद्यमिता में वृद्धि भी होगी। आसान डिजिटल माहौल सफल स्टार्ट-अप में मदद करेगा और विकास में भी सहायक होगा।
 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    