एक ही दिन में सात कोरोना संक्रमित सामने आने से छत्तीसगढ़ फिर डेंजर जोन में आ गया। राज्य में कोरोना संक्रमित नौ लोग पूरी तरह से स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं। मंगलवार तक कोई नया केस नहीं आने से कोरोना का कोई मरीज नहीं रह गया। लेकिन अचानक कोरबा जिले का कटघोरा राज्य का हॉटस्पॉट बन गया।
कोरबा का कटघोरा इलाका सील
वहां तीन दिन पहले 16 साल का एक लड़का संक्रमित मिला था। इसके बाद बुधवार रात को एक मरीज मिला और गुरुवार को एक साथ सात कोरोना संक्रमित मिल गए। कटघोरा में जिस तरह एक साथ सात कोरोना के मरीज मिले हैं, उसने राज्य सरकार को भी सकते में ला दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कटघोरा को पूरी तरह सील करने और यहां 20 दिन के भीतर बाहर से आये सभी लोगों को क्वारंटाइन करने के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन ने इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया है।
एक ही परिवार के तीन मरीज
कोरबा का मौजूदा ग्राफ कम्युनिटी इंफेक्शन के खतरे की तरफ बढ़ता दिख रहा है। छत्तीसगढ़ में अब तक कोरोना पॉजेटिव के कुल 18 मरीज मिले थे, जिनमें से नौ लोग पूरी तरह से स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं, जबकि भी अभी अस्पताल में भर्ती हैं। कमाल की बात ये है कि ये सभी कोरबा के कटघोरा क्षेत्र के एक ही समुदाय के हैं। खास बात ये है कि उन 7 मरीजों में से तीन मरीज एक ही परिवार के हैं।
कटघोरा क्षेत्र की बस्ती में जिस एक ही परिवार के तीन सदस्यों का कोरोना पॉजेटिव आया है, उनके घर के अन्य सदस्यों का भी सैंपल भेजा गया है। एक ही परिवार के जिन तीन सदस्यों की रिपोर्ट पॉजेटिव आयी है, उनमे एक पुरुष और दो महिला शामिल हैं। पुरुष की उम्र 47 साल जबकि महिलाओं में एक 35 और दूसरी 22 साल की है। हालांकि इनमें आपस के रिश्ता क्या है, इसकी जानकारी सामने नहीं आयी है।
सीएंम से इलाके के सभी लोगों की जांच के आदेश
सात कोरोना पॉजिटिव मरीजों में एक मरीज की उम्र 73 साल है। यह व्यक्ति भाजपा का नेता है, साथ ही भाजपा का मंडल अध्यक्ष भी रह चुका है। जिला प्रशासन ने इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया है, वहीं जिन-जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजेटिव आयी है, उनके परिवार का भी टेस्ट कराया जा रहा है। जिन लोगों की सैंपलिंग भेजी गयी है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब इलाके के हर व्यक्ति की जांच की जायेगी।
संक्रमण वाला इलाका घनी आबादी वाला
आपको बता दें कि जिस इलाके में कोरोना पॉजेटिव मरीज मिले हैं, वह करीब दो से ढाई हजार की आबादी वाली सघन बस्ती है, लिहाजा संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। मुख्यमंत्री ने कटघोरा शहर को पूरी तरह सील करने के आदेश दिए हैं। बघेल ने ट्वीट कर कहा कि कटघोरा में रहने वाले हर व्यक्ति का टेस्ट होगा। पिछले 20 दिनों में कटघोरा से आने-जाने वाले हर व्यक्ति की पहचान कर उसे क्वारन्टीन किया जाएगा।
दूसरी ओर, भाजपा उपाध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की अकर्मण्यता के कारण प्रदेश में एम्स के चिकित्सकों की मेहनत पर पानी फिर गया। जमातियों को रोक नहीं पाना शासन की विफलता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राजनीतिक बयानबाजी में मशगूल हैं।