राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को जोधपुर में सांप्रदायिक तनाव को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने एक उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों से कहा कि एक अपराधी, चाहे उसका धर्म, जाति या वर्ग कुछ भी हो, को बख्शा नहीं जाना चाहिए। साथ ही गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह, जोधपुर प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग, अतरिक्त गृह सचिव अभय कुमार, अतरिक्त पुलिस महानिदेशक हवा सिंह घुमरिया को बैठक के बाद हेलीकाॅप्टर से जोधपुर जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में सभी धर्मों के लोग सभी त्योहारों को प्यार और भाईचारे के साथ मनाते रहे हैं और जोधपुर अपनी सामाजिक आत्मीयता के लिए जाना जाता है। एक बयान के अनुसार, जनता से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए सीएम ने कहा, "इन परंपराओं को जारी रहना चाहिए।"
उन्होंने अधिकारियों से राज्य भर में सामुदायिक संपर्क समूहों (सीएलजी) की बैठकें आयोजित करने और विभिन्न समुदायों के बीच शांति का माहौल बनाने के लिए भी कहा। गहलोत ने कहा कि थाना स्तर पर असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर भ्रामक संदेश और अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
जालोरी गेट सर्कल पर इस्लामिक झंडे लगाने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री के गृहनगर जोधपुर में आधी रात को सांप्रदायिक तनाव फैल गया, जिसमें पथराव हुआ जिसमें पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। अधिकारियों ने मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया है और शहर के 10 पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया है।