कल हुए विस्फोट के बाद आज लोगों से मिलने पहुंचे शिवराज सिंह चौहान और आर्य का प्रदर्शनकारियों ने घटनास्थल के पास घेराव किया और इनके खिलाफ नारेबाजी की। लोगों के गुस्से और भीड़ को देखकर चौहान को सड़क पर ही बैठकर लोगों की बात सुनी। प्रदर्शनकारी प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ नारे लगा रहे थे। उनका आरोप था कि प्रशासन ने हादसे को टालने के लिये उचित कदम नहीं उठाए। कानूनन व्यस्त आबादी वाले क्षेत्र में विस्फोटकों का संग्रह नहीं किया जा सकता। लोगों की मांग है कि घटना के लिए जिम्मेदारी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
प्रदर्शनकारी जिला कलेक्टर अरुणा गुप्ता और मुख्यमंत्री का रास्ता साफ करने के लिये प्रदर्शनकारियों से कथित तौर पर हाथापाई करने वाले अनुविभागीय अधिकारी पुलिस ए.आर. खान को बर्खास्त करने की मांग करते हुए नारे लगा रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार, चौहान और आर्य घटनास्थल पर जाने से पहले स्वयं जमीन पर बैठ गए और करीब 15 मिनट तक प्रदर्शनकारियों से चर्चा की। घटनास्थल पर जाने से पहले मुख्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री ने पेटलावद के स्वास्थ्य केन्द्र जाकर हादसे में घायल लोगों का हालचाल पूछा।