उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने बताया कि अंत्योदय परिवारों को मिलने वाली चीनी की मात्रा छह किलो से घटाकर एक किलो कर दी गई है जिसके लिए सीएम ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि वह गरीबों की सब्सिडी कम न करें। उन्होंने कहा कि देश भर में राशन की दुकानों पर गरीबों को मिलने वाले सस्ते राशन की सब्सिडी केंद्र सरकार देती है लेकिन कुछ दिन पहले केंद्र सरकार ने राशन की दुकानों पर गरीबों को दी जाने वाली चीन खत्म करने का फैसला लिया है। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया है।
सीएम ने पत्र लिखकर कहा है कि वह गरीबों के हितों को ध्यान में रखते हुए सब्सिडी खत्म करने का फैसला वापस लें। हाल के दिनों में बेरोजगारी भी बढ़ी है और अगर गरीबों की सब्सिडी खत्म होती है तो उन पर दो तरफा मार पड़ेगी। वैसे ही गरीब जैसे तैसे गुजर बसर करते हैं। अगर छोटी मोटी मिलने वाली सब्सिडी भी उनसे हटा ली जाएगी तो फिर उनका जीना मुहाल हो जाएगा। बीपीएल परिवारों की दशा को देखते हुए केंद्र फिर से फैसले पर विचार करे।