दिल्ली में अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना आसान नहीं होगा। लाइसेंस के लिए टेस्ट का तरीका बदलेगा और नए ट्रैक बनेंगे।
दिल्ली सरकार ने आगामी छह से नौ महीने में सभी 11 क्षेत्रीय परिवहन दफ्तरों में ऑटोमैटिक ट्रैक लगाने के आदेश दिए हैं। ट्रैक पर ट्रायल में पास होने वाले वाहन चालक को ही स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाएगा। इस टेस्ट के लिए ट्रैक को आठ डिजिट की शेप में बनाया जाएगा। टेस्ट को पूरा करने के लए 90 सेकंड का समय दिया जाएगा। आठ डिजिट के शेप में गाड़ी का एक चक्कर पूरा करना होगा। इसके बाद गाड़ी पीछे की ओर भी चलाकर दिखानी होगी जिसे पूरा करने के लिए 180 सेकंड का समय दिया जाएगा।
इस टेस्ट को ऐसे डिजाइन किया गया है, ताकि ट्रैक पर ठीक से गाड़ी चलाने वाले व्यक्ति को ही स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस दिया जाए। इस प्रक्रिया से यह भी तय किया जाएगा कि लापरवाही से ड्राइविंग करने वालों के कारण दिल्ली में हादसों की संख्या कम हो सके। सबसे पहले सराय काले खां स्थित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में पहला ट्रैक बनाने की योजना है। उसके बाद अन्य कार्यालयों में ट्रैक बनाए जाएंगे। इसे बनाने के लिए निजी मोटर कंपनियों से एग्रीमेंट किया जाएगा।