बलात्कार के दो मामलों में जेल की सजा भुगत रहे डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को अपने 400 अनुयायियों को कथित रूप से नपुंसक बनाये जाने से संबंधित एक मामले में शुक्रवार जमानत दे दी गई। हालांकि राम रहीम सिंह को जेल में ही रहना होगा क्योंकि उसे अपनी दो महिला अनुयायियों के साथ बलात्कार के लिए जेल की सजा दी गई है। पंचकूला की एक अदालत ने पिछले वर्ष अगस्त में उसे दोषी ठहराया था।
इस वर्ष अगस्त में पंचकूला की अदालत ने अनुयायियों को नपुंसक बनाये जाने के मामले में उसकी (गुरमीत) जमानत याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद उसने आदेश को चुनौती देते हुए सीबीआई के एक विशेष न्यायाधीश के समक्ष याचिका दायर की थी। न्यायाधीश ने शुक्रवार को उसकी जमानत याचिका को स्वीकार कर लिया।
इस वर्ष की शुरूआत में सीबीआई ने गुरमीत के 400 अनुयायियों को कथित रूप से जबर्दस्ती नपुंसक बनाये जाने के लिए राम रहीम सिंह और दो डॉक्टरों के खिलाफ एक आरोप पत्र दायर किया था।
राम रहीम सिंह के साथ डॉक्टरों पंकज गर्ग और एम पी सिंह के खिलाफ आरोप लगाये गए थे। गौरतलब है कि राम रहीम सिंह को बलात्कार के दो मामलों में दोषी ठहराया गया था और उसे 20 वर्ष जेल की सजा सुनाई गई थी।