बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस सुरवीन चावला व उसके पति अक्षय ठक्कर और भाई मनविन्द्र चावला द्वारा थाना सिटी पुलिस में 40 लाख रुपये की धोखाधड़ी मामले में केस दर्ज होने के बाद आग्रिम जमानत को लेकर सोमवार को होशियारपुर जिला व सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार अरोड़ा की अदालत में सुनवाई हुई। अदालत में सुरवीन चावला व अक्षय ठक्कर की ओर से एडवोकेट्स कंवलवीर सिंह कंग व गुरेन्द्र सिंह पेश हुए जबकि शिकायतकर्ता सतपाल गुप्ता की ओर से एडवोकेट नवीन जैरथ पेश हुए।
गौरतलब है कि अदालत से सुरवीन चावला को 4 जून तक के लिए गिरफ्तारी पर इस शर्त पर रोक लगी थी कि वह पुलिस जांच में शामिल नहीं हो रही है। इस बीच 31 मई को वह थाना सिटी पुलिस के समक्ष पेश हो जांच में शामिल हो गई। सोमवार को अदालत में थाना सिटी पुलिस में तैनात ए.एस.आई. हरबंस सिंह ने अदालत को बताया कि आरोपी भले ही जांच में शामिल हुए हैं लेकिन डॉक्यूमैंट्स पेश नहीं किए हैं। अदालत ने अपने आदेश में अगली पेशी 6 जून तय कर आरोपियों को अदालत में पैसे के लेन-देन से संबंधित डॉक्यूमैंट्स साथ लेकर आने का निर्देश दिया।
मुझे ऊपर वाले रब पर है भरोसा
अदालत परिसर में बॉलीवुड एक्ट्रेस सुरवीन चावला के पिता रंजीत चावला व मां जगदीप कौर चावला अदालती कार्रवाई के दौरान चहलकदमी करते हुए परेशान दिखे। पूछने पर दोनों बार-बार यही कहते रहे कि मुझे अदालत के साथ-साथ पुलिस जांच पर पूरा भरोसा है। रब सबकुछ देखता है। मेरे बच्चे बेकसूर हैं। अदालत से उन्हें जरूर न्याय मिलेगा।
कानून से ऊपर कोई नहीं
अदालत परिसर में शिकायतकर्ता सतपाल गुप्ता की उपस्थिति में एडवोकेट नवीन जैरथ ने अदालती कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कानून से उपर कोई नहीं होता है। मेरे क्लाइंट सतपाल गुप्ता व उनके पुत्र पंकज गुप्ता ने पंजाबी फिल्म नील बट्टा सन्नाटा के निर्माण में 40 लाख रुपये का चेक फिल्म निर्माण कंपनी को भेजे थे। यह पैसा फिल्म निर्माण कंपनी की बजाय सतपाल गुप्ता के दिए 40 लाख रुपए एक्ट्रेस सुरवीन चावला के पति अक्षय ठक्कर के खाते में कैसे ट्रांसफर हुए।