
मणिपुर में कई हिंसात्मक घटनाओं के सामने आने के बाद राज्य सरकार की एक अधिसूचना ने राहत दी है। इसके मुताबिक 26 मई को सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक पूर्व और पश्चिम मणिपुर में कर्फ्यू में ढील दी गई। लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति दी गई मगर इस शर्त के साथ कि वे आवश्यक वस्तुओं की खरीद करेगें ना कि किसी अन्य लक्ष्य से एकत्र होंगे।
राज्य सरकार के आदेशों के अनुसार, "दिनांक 3 मई 2023 को सरकार द्वारा इम्फाल पूर्वी जिले में लगाई गई धारा 144 सीआरपीसी, 1973 के तहत जनता कर्फ्यू में 26 मई, 2023 को सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक ढील दी जा रही है। सरकारी आदेश में कहा गया कि आम जनता को दवाओं और खाद्य आपूर्ति सहित आवश्यक वस्तुओं की खरीद में आसानी हो सके, इसलिए यह छूट दी जा रही है।
आदेशानुसार पूर्व में लामलॉन्ग बाजार से योंगलन लीराक तक अयंगपल्ली रोड, पश्चिम में थुम्बुथोंग से इम्फाल नदी से मिनुथोंग के माध्यम से लामलोंग पुल, उत्तर में लामलॉन्ग बाजार और पूप लैंपक के माध्यम से योंगलन लीराक से थंबुथोंग और दक्षिण में थंगापत मापल, उन क्षेत्रों में शामिल हैं जिनमें छूट लागू नहीं होगी।
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 29 मई को दौरे पर आने वाले हैं। गुरुवार को शाह ने राज्य में शांति की अपील करते हुए कहा कि वह जल्द ही पूर्वोत्तर राज्य का दौरा करेंगे और हिंसा में शामिल दोनों समुदायों के लोगों से बात करेंगे। गुवाहाटी में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे शाह ने कहा, "एक अदालत के फैसले के बाद मणिपुर में झड़पें हुईं। मैं दोनों समूहों से अपील करूंगा कि वे शांति बनाए रखें, सभी के साथ न्याय किया जाएगा।"
अधिकारियों का कहना है कि इंफाल पश्चिम जिले के कडंगबंद में बुधवार को ताजा हिंसा की तीन घटनाओं की सूचना मिली। अधिकारियों ने कहा कि हिंसा के बाद इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई। बता दें कि मणिपुर में हाल में हुई हिंसा ने हर तरफ चिंता का माहौल पैदा किया है। विपक्षी दलों ने तो राज्य की भाजपा सरकार पर शांति और व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया है और कहा है कि राज्य में हजारों लोग बेघर हो गए हैं।