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भारी बारिश से तबाह दार्जिलिंग, 38 मरे, सड़क संपर्क टूटा

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के तीन उपमंडलों में सोमवार रात से भारी बारिश के कारण विभिन्न स्थानों पर हुए भूस्खलन में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लापता हैं। दार्जिलिंग जिले के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और कर्सियांग में 25 स्थानों पर भूस्खलन की खबर है।
भारी बारिश से तबाह दार्जिलिंग, 38 मरे, सड़क संपर्क टूटा

इन भूस्खलनों से राष्ट्रीय राजमार्ग 10 और राष्ट्रीय राजमार्ग 55 को व्यापक नुकसान पहुंचा है। इसके चलते शेष राज्य से क्षेत्र का सड़क संपर्क खत्म हो गया है। सशस्त्रा सीमा बल (एसएसबी) के कर्मी बचाव अभियान चला रहे हैं और इसमें सेना की मदद मांगी गई है। 

एसएसबी सूत्रों ने बताया कि कलिम्पोंग में 8 माइल और 11 माइल इलाके में इस आपदा में 20 लोग घायल हो गए हैं और 15 लोगों के लापता होने की रिपोर्ट मिली है। उधर कोलकाता में पश्चिम बंगाल के आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अकेले मिरिक में 21 लोगों की मौत हुई। अन्य 13 लोग लापता बताए जाते हैं। बाकी 17 लोगों की मौत कलिमपोंग और लावा, संखिया ब्लाक और गोरूबथान में हुई। इस बीच, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कर्मी भूस्खलन के चलते बाधित हुई सड़कों को खोलने में जुटे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अभी मुर्शिदाबाद में हैं और वह प्रभावित स्थानों के लिए रवाना हो रही हैं।

ममता ने अपने ट्वीट संदेश में कहा, मैं हालात पर करीबी निगाह रखे हूं और मुर्शिदाबाद में बैठक के बाद वहां रवाना हो जाउंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गृहसचिव पहले ही से उत्तर बंगाल में हैं। उत्तर बंगाल के विकास मंत्री गौतम देब ने बताया कि विभिन्न एजेंसियां वहां बचाव काम में लगी हैं। फिर भी सेना की मदद मांगी गई है। सूत्रों ने बताया कि जिले के तीन उपमंडलों से भूस्खलन की कम से कम 25 रिपोर्ट मिली हैं और प्रभावित इलाकों में एसएसबी की टीमें रवाना कर दी गई हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 10 को भारी नुकसान पहुंचा है और इसके कारण सिक्किम, कलिम्पोंग, लावा, लोलेगांव और गोरबथान से सड़क संपर्क टूट गया है। पहले इसे राष्ट्रीय राजमार्ग 55ए के नाम से जाना जाता था। सिलीगुड़ी, माटीगारा और दार्जिलिंग को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 55 विशेष रूप से मिरिक और रोहिणी इलाकों में क्षतिग्रस्त हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग 55 पर निम्बुझोरा में एक पुल भी बह गया है। रानीडांगा एसएसबी शिविर के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि मिरिक में 10 लोगों के मरने की रिपोर्ट मिली है। बाद में यह संख्या 21 पहुंच गई। कलिम्पोंग में सात लोगों की मौत हो गई जबकि सुखियापोखरी में एक शख्स की मौत हुई। मृतकों की संख्या में इजाफा भी हो सकता है। मोंगपोंग और सेवोक कालीबाड़ी के बीच अनेक स्थानों पर भूस्खलन की खबर है। इन स्थानों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजगार्म 31 पर लोग फंसे हैं।

 

प्रधानमंत्री ने किरण रिजीजू को दार्जिलिंग भेजा

दार्जिलिंग में भूस्खलन की खबर आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजीजू को हालात का जायजा लेने के लिए दार्जिलिंग जाने का निर्देश दिया है। इतना ही नहीं पीएम ने घटना में मरने वाले के परिजनों को 2 लाख रुपये मुआवजा देने की भी घोषणा की है। प्रधानमंत्री भूस्खलन के कारण जानमाल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया, दार्जिलिंग जिले में भूस्खलन के कारण जानमाल के नुकसान पर बेहद दुखी हूं। मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं।

 

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