सोमवार को आप सरकार ने कई प्रमुख अखबारों में विज्ञापन देकर केंद्र सरकार पर हमला बोला था। विज्ञापन में कहा गया कि प्याज खरीद घोटाले पर झूठे आरोप लगाकर केजरीवाल सरकार को निशाना बनाया जा रहा है। विज्ञापन में सरकार ने दलील दी है कि उसने 33 रुपये की दर से प्याज खरीदा और अन्य खर्च जोड़कर 40 रुपये प्रति किलो की दर से बिकवाया। विज्ञापन के जरिये सरकार ने फिर से दावा किया है कि इसने लोगों को 30 रुपये प्रति किलो प्याज उपलब्ध कराया और इस पर 10 रुपये की सब्सिडी दिलवाई।
विज्ञापन में एक टेलीविजन चैनल पर भी सरकार की छवि खराब करने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया गया है कि केंद्र सरकार ने किसानों से 18 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज खरीदकर अपनी एजेंसियों के मार्फत 35 से 40 रुपये पर बेचा, इस प्रकार केंद्र ने ही दिल्ली की जनता के साथ धोखा किया है। प्रमुख अखबारों के एक पन्ने के विज्ञापन में दिल्ली सरकार ने जनता की लाखों रुपये की गाढ़ी कमाई फूंकी। विज्ञापनों के खर्च का आकलन किया जाए तो दिल्ली सरकार ने कुल 23 लाख 65 हजार रुपये अपनी सफाई देने में फूंक डाले।