दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा के सदन में प्रस्तुत ‘देशभक्ति बजट’ का समर्थन करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार ने बहुत अच्छा बजट पेश किया है और कहा कि पूरे देश में दिल्ली अकेला राज्य है, जिसने फायदे का बजट पेश किया यह बड़ी बात है।
केजरीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा के सदन में कहा, “जैसा कि हम जानते हैं, पिछले एक साल में स्थितियां बहुत खराब रहीं। जनता काफी तकलीफ में थी। लोगों के काम-धंधे, फैक्ट्रियां और दुकानें बंद हो गई थीं, जिसकी वजह से एक तरफ सरकारी टैक्स आना बंद हो गया और दूसरी तरफ, सरकारी खर्चे बहुत ज्यादा बढ़ गए, क्योंकि एक जिम्मेदार सरकार होने के नाते हमें लोगों के लिए जगह-जगह, तरह-तरह की सुविधाओं का इंतजाम करना पड़ा था। लोगों के खाने, राशन और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए किट उपलब्ध कराया गया, कोरोना से इलाज आदि के लिए बहुत सारी चीजों का इंतजाम किया गया। इसके बावजूद दिल्ली सरकार ने इतना अच्छा बजट पेश किया है, इसके लिए मैं वित्तमंत्री को बधाई देता हूं। इतनी कठिन परिस्थितियों में पिछले साल जब सरकारी आय लगभग खत्म हो गई थी, तब कई लोग कहते थे कि सरकार को बिजली और पानी की सब्सिडी खत्म करनी पड़ेगी, लेकिन पिछले साल बिजली भी फ्री रही, पानी भी फ्री रहा, बच्चों का स्कूल भी फ्री रहा, सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज भी फ्री रहा और महिलाओं का बस में सफर भी फ्री रहा। आगामी साल के लिए प्रस्तुत किए गए बजट में भी बिजली फ्री है, पानी भी फ्री है, स्कूल भी फ्री है, अस्पताल भी फ्री है और बसों में महिलाओं का सफर भी फ्री है। इतनी कठिन परिस्थितियों में जनता को यह सभी सहूलियतें जारी रहीं और अगले वर्ष भी जारी रहेंगी।”
उन्होंने कहा कि पिछले एक-डेढ़ महीने में देश के लगभग हर राज्य में बजट प्रस्तुत किया गया। सभी राज्य सरकारों और केंद्र सरकार ने जो बजट प्रस्तुत किए, उन सबने घाटे के बजट प्रस्तुत किए। दिल्ली अकेला राज्य है, जिसने इतनी कठिन परिस्थितियों में भी फायदे का बजट प्रस्तुत किया, घाटे का बजट प्रस्तुत नहीं किया। यह भी अपने आप में बहुत बड़ी बात है। इस बजट को देशभक्ति बजट बोला गया। आज हमारा देश आजादी के 75 साल बड़ी धूमधाम के साथ मना रहा है। इस 75वें साल में इस बजट के जरिए पूरी कोशिश की गई है कि अगला एक साल दिल्ली के कण-कण में देशभक्ति की भावना होगी। इस दौरान कई सारे कार्यक्रमों के आयोजन और कई सारे नई-नई चीजें शुरू की जाएंगी। स्कूलों के अंदर देशभक्ति पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। यह पहली बार हो रहा है। अन्य कई देशों में होता है कि बच्चों को बचपन से अपने देश के प्रति कूट-कूट कर देशभक्ति भरने का काम किया जाता है। हमारे मैं समझता हूं कि देश के अंदर हमारे पाठ्यक्रम में यह कमी थी, जो इस वर्ष से दिल्ली में यह कमी पूरी की जाएगी और बच्चों के अंदर देशभक्ति की भावना भरी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी बजट में कहा गया कि दिल्ली सरकार दिल्ली में विभिन्न इलाकों में 500 जगहों पर बड़े-बड़े तिरंगे फहराएगी। यह बहुत ही शानदार कदम है। जब भी हम तिरंगा देखते हैं, तो हमारा मन देशभक्ति से ओतप्रोत हो जाता है। जब भी हम तिरंगा देखते हैं, तो हमारा मन खुद-ब-खुद भारत माता की जय बोल उठता है। जब भी हम तिरंगा देखते हैं, तो हमें अपनी भारत माता की याद आती है और बॉर्डर पर लड़ते हुए हमारे सैनिक जो हमारे लिए शहीद हो रहे हैं, उनकी तस्वीर हमारे सामने आ जाती है। यह बहुत ही अच्छा कदम है कि पूरी दिल्ली के अंदर जगह-जगह जब तिरंगे लगाए जाएंगे और रोज सुबह जब कोई अपने घर से निकलेगा, दफ्तर जाएगा, तो उसे रास्ते में जगह-जगह तिरंगे दिखाई देंगे और उसका मन देश भक्ति की भावना से भर जाएगा और उसका मन ताजा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, “ मुझे यह समझ नहीं आ रहा कि जब से यह ऐलान किया गया है, तब से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के लोग इसका विरोध क्यों कर रहे हैं? इसमें विरोध करने वाली क्या बात है? यह तो अच्छा कदम है। इसमें तो साथ देना चाहिए और तारीफ करनी चाहिए। देशभक्ति की बात पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। देश हम सबका है, भारत हम सबका है। चाहे कोई बीजेपी से हो, चाहे कांग्रेस से हो, आम आदमी पार्टी से हो या किसी भी पार्टी से हो, देश हम सभी का है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जब-जब अच्छे काम किए, हमने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर साथ दिया। मुझे याद है कि 2014 में प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत का ऐलान किया था। तब स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने के लिए मैं खुद झाड़ू लेकर एक झुग्गी बस्ती के अंदर सफाई करने गया था। मुझे याद है कि जब उन्होंने योगा का कार्यक्रम का ऐलान किया था, मैं खुद चटाई लेकर इंडिया गेट पर योगा करने के लिए गया था। जब-जब भारत की बात आती है, हमारे लिए कोई बीजेपी नहीं है, कोई कांग्रेस नहीं है, कोई आम आदमी पार्टी नहीं है, हमारे लिए हमारा देश है, भारत माता है। इसलिए मुझे समझ नहीं आया कि जब हमने कहा कि हम पूरे दिल्ली के अंदर तिरंगे फहराएंगे, तो भारतीय जनता पार्टी वालों ने इसका विरोध क्यों किया? कांग्रेस वालों ने इसका विरोध क्यों किया? ये कहते तिरंगे नहीं होने चाहिए? तिरंगे क्यों नहीं होने चाहिए? भारतीय जनता पार्टी से पूछना चाहता हूं कि यह तिरंगा भारत में नहीं फराएगा तो क्या पाकिस्तान में फहराएगा? हमारे देश का तिरंगा दिल्ली में नहीं फहराएगा, तो क्या इस्लामाबाद में फहराएगा। इस विरोध से मुझे बड़ा दुख हुआ।”