दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में शुक्रवार को हुए शूटआउट के विरोध में सभी जिला अदालतों के वकीलों ने नाराजगी जताई है। दिल्ली के वकीलों ने 25 सितंबर को एक दिन की हड़ताल बुलाने का ऐलान किया है। कोई भी काम नहीं करके वकील अपना विरोध जताएंगे। कांग्रेस ने गृहमंत्री अमिल शाह का कमजोर नेतृत्व बताया है जिसके कारण दिल्ली जंगलराज बन गई है तो आम आदमी पार्टी ने भी केंद्र सरकार से सवाल किए हैं।
दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में शुक्रवार को गैंगवॉर हुआ, जिसमें जितेंद्र उर्फ गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शूटआउट में दो हमलावरों को भी मार गिराया गया। दोनों हमलावर गोगी पर हमला करने आए थे। स्पेशल सेल के जवानों ने दोनों हमलावरों को ढेर कर दिया। दोनों ने वकीलों की ड्रेस पहन रखी थी।
शूटआउट पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। कांग्रेस ने कहा कि दिनदहाड़े गोली चलना यह साबित करता है कि दिल्ली में जंगलराज बना हुआ है। देश की राजधानी अब अपराधियों की राजधानी बन गई है। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा, ''दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। मुख्यमंत्री चुनाव यात्रा में व्यस्त हैं और गृह मंत्री को दिल्ली से कोई लेना-देना नहीं है।'' उन्होंने कहा कि कोर्ट में करीब 40 राउंड गोलियां चलने से जज, वकील और अन्य लोग खतरे में पड़ गए। यह यह घटना से साफ है कि खुफिया तंत्र पूरी तरह नाकाम हो चुका है, जबकि दिल्ली पुलिस को खुफिया तंत्र से जानकारी मिली थी कि इस तरह की घटना होगी।"
वहीं,आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि बड़े शर्म की बात है कि दिल्ली के कोर्ट परिसर में ही नहीं बल्कि कोर्ट रूम के अंदर गैंग वार हो रहा है। इसमें जान भी गई है। इस तरह का उदाहरण कभी नहीं सुना. कोर्ट रूम में जज साहब और वकील के सामने गैंगवार हो और 40 राउंड गोलियां चलें, तो ये अभूतपूर्व है। प्रवक्ता ने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि सारे नियम कानूनों को ताक पर रखकर अपने एक पसंदीदा अधिकारी को दिल्ली में पुलिस कमिश्नर बनाया गया है, तब यह हाल दिल्ली का है।