दिल्ली पुलिस शहर में पटाखों के इस्तेमाल पर कड़ी निगरानी रख रही है और खुफिया सूचनाओं के बाद हाई अलर्ट पर है। दिवाली पर शहर में पटाखों की बिक्री और खरीद पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने के लिए दिल्ली पुलिस और सरकारी अधिकारियों की कुल 377 टीमों को तैनात किया गया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, "त्योहार के दौरान पटाखे जलाते हुए पकड़े जाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
पटाखों पर प्रतिबंध का पालन सुनिश्चित करने के लिए सिविल ड्रेस में भी पुलिस तैनात की जाएगी। 14 अक्टूबर को दिल्ली सरकार ने पूरे शहर में पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था, जो 1 जनवरी तक प्रभावी रहेगा।
इस बीच, 20 अक्टूबर को रोहिणी के प्रशांत विहार इलाके में सीआरपीएफ स्कूल की दीवार में विस्फोट होने के बाद से शहर में हाई अलर्ट जारी है। विस्फोट से कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन आस-पास की दुकानों के होर्डिंग्स और खड़ी गाड़ियों की खिड़कियों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए।
चांदनी चौक, सरोजिनी नगर, लाजपत नगर, ग्रेटर कैलाश, आज़ादपुर और ग़ाज़ीपुर में बाजारों में काफी भीड़भाड़ रहती है, वहां पुलिस तैनात की जाएगी।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अपूर्व गुप्ता ने कहा, "विशेष रूप से बाजारों, मॉल, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। गश्त तेज करने और अतिरिक्त चौकियों की तैनाती के जरिए पुलिस की सक्रियता बढ़ाई गई है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी कर्मचारी हाई अलर्ट पर हैं।"
उत्तरी जिला डीसीपी राजा बंथिया ने कहा, "त्योहारों को सुचारू रूप से मनाने के लिए पुलिस कर्मचारियों द्वारा सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।"
पुलिस सीमावर्ती इलाकों में भी गतिविधियों पर नजर रख रही है।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक रेलवे और मेट्रो स्टेशन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रोकने के लिए अतिरिक्त बल की तैनाती भी की गई है। अधिकारी ने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) से बनी गश्ती टीमों को निर्देश दिया गया है कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो वे तुरंत अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करें।
सूत्र ने बताया, "रेलवे पटरियों और बाजारों में डॉग स्क्वॉड और बम निरोधक दलों की मदद से नियमित रूप से तोड़फोड़-रोधी जांच की जा रही है।"
अधिकारी ने कहा, "टीमों द्वारा सीसीटीवी कैमरों की लगातार निगरानी की जा रही है और पीसीआर को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है।"
नई दिल्ली के डीसीपी देवेश कुमार महला ने कहा कि टीमें किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और कई मॉक ड्रिल भी कर चुकी हैं।