दिल्ली भर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार को 'बहुत खराब' से थोड़ा सुधरा जरूर मगर यह बुधवार सुबह भी 'खराब' श्रेणी में ही रहा। बता दें कि आगामी 11 दिसंबर तक दिल्ली में बारिश नहीं होने के आसार हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, बुधवार को आनंद विहार में एक्यूआई 291, आईजीआई हवाईअड्डा क्षेत्र में 279, आईटीओ में 252 और नरेला क्षेत्र में 283 रहा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि 11 दिसंबर तक राष्ट्रीय राजधानी में बारिश नहीं होगी। साथ ही पूरे शहर में सुबह के समय आसमान साफ रहेगा और हल्के से मध्यम कोहरा रहेगा।
इससे पहले मंगलवार को दिल्ली भर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) कई इलाकों में 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया। दिल्ली में पिछले कुछ हफ्तों से हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' से 'बहुत खराब' के बीच देखी जा रही है।
रविवार को दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में हल्की बारिश हुई, जिससे उच्च स्तर के वायु प्रदूषण में सांस लेने वाले नागरिकों को राहत मिली। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पिछले हफ्ते कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी में ग्रैप-3 को हटा लिया गया है लेकिन सरकार यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि ग्रैप-1 और 2 को सख्ती से लागू किया जाए।
गोपाल राय ने कहा, "पिछले दो दिनों के दौरान मौसम में बदलाव के कारण प्रदूषण में गिरावट आई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रेप-3 के प्रतिबंध हटा दिए हैं। बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों पर प्रतिबंध और निर्माण विध्वंस पर प्रतिबंध हटा दिया गया है।"
उन्होंने कहा, "GRAP 3 तब लगाया जाता है जब AQI 400 होता है, लेकिन AQI कम होने के बावजूद यह जारी रहता है क्योंकि दिवाली के बाद AQI में उतार-चढ़ाव दिखाई दे रहा था। यदि हवा की गति धीमी हो जाती है, तो AQI फिर से बढ़ सकता है, इसलिए GRAP-1 और GRAP 2 को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। इसके लिए सभी विभागों को दोबारा निर्देश दिए जा रहे हैं।"
वायु गुणवत्ता सूचकांक 0 से 100 तक 'अच्छा', 100 से 200 तक 'मध्यम', 200 से 300 तक 'खराब', 300 से 400 तक 'बहुत खराब' और 400 से 500 या इससे ऊपर को 'गंभीर' माना जाता है।