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दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में, एनसीआर में भी बुरे हालात

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को वायु गुणवत्ता फिर से बेहद खराब श्रेणी में आ गयी और वायु...
दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में, एनसीआर में भी बुरे हालात

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को वायु गुणवत्ता फिर से बेहद खराब श्रेणी में आ गयी और वायु गुणवत्ता सूचकांक अपराह्न एक बजे 371 दर्ज किया गया। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड  के अनुसार राजधानी के आनंद विहार, आईटीओ, चांदनी चौक, ओखला फेज-2 सहित कईं अन्य इलाकों में वायु गणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर रहा। इन स्थानों पर वायु की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में रही। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सबसे अधिक वायु प्रदूषण गाजियाबाद में दर्ज किया गया।

कुछ दिन पहले हुई बारिश तथा कई दिन से तेज हवाएं चलने की वजह से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की आबोहवा में काफी सुधार आया था लेकिन बीते दो दिन से वायु गुणवत्ता खराब होती जा रही है तथा गाजियाबाद जनपद रेड जोन में आ गया है। इसके अलावा राजधानी से सटे गाजियाबाद में भी वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रही और यहां सीपीसीबी के विभिन्न निगरानी केंद्रों में पूरे जिले में वायु गणवत्ता सूचकांक 400 से अधिक दर्ज किया गया था। इसी तरह नोएडा में चार केन्द्रों में से दो में वायु गुणवत्ता 400 से अधिक दर्ज किया गया जबकि अन्य दो सेंटरों में यह 350 से ऊपर रहा।

दिल्ली में आज सुबह न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया और आर्द्रता 95 प्रतिशत मापी गयी। मौसम विभाग के अनुसार दिन में अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है, जबकि सोमवार को अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शहर में कोविड-19 से मृत्यु दर में बढ़ोतरी के लिए पराली जलाने से हुए प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि अगले दो-तीन सप्ताह में मृतकों की संख्या में कमी आने की उम्मीद है।

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