अस्पताल में 21 साल की एक लड़की डेंगू के इलाज के लिए शनिवार को भर्ती की गई। डेंगू का असर ज्यादा होने के चलते उसे आईसीयू में भर्ती किया गया था। अस्पताल के नियमानुसार आईसीयू में मरीज के किसी रिश्तेदार को रहने नहीं दिया जाता। नाईट शिफ्ट की जिम्मेदारी डॉक्टर रमेश चौहान की थी जो कि आईसीयू यूूनिट के इंचार्ज हैं।
सूत्रों के मुताबिक सोमवार की रात लड़की को आईसीयू से अलग कमरे में शिफ्ट किया गया, जहां उसके साथ बलात्कार किया गया। लगातार एंटी बायोटिक दवाइयों का असर और कम हो रहे प्लेटलेट के चलते पीड़ित लड़की आधी बेहोशी की हालत में थी जिस वजह से वह प्रतिकार भी नहीं कर पायी।
पीड़ित लड़की ने अपने साथ हुए इस दुष्कर्म की जानकारी एक कागज पर लिखकर अपने चाचा को बताई और उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने पहले लड़की का मेडिकल करवाया, साथ ही आईसीयू में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। फुटेज में यह बात दिख रही है की लड़की को अलग जगह ले जाया जा रहा है।
पुलिस ने आरोपी डॉक्टर और वॉर्ड बॉय की शिनाख्त पीड़ित लड़की से करवाई है। मेडिकल रिपोर्ट में पुष्टि हुई है की पीड़ित लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ है।