झारखंड के गोड्डा जिले के सरकारी अस्पताल द्वारा अमानवीय व्यवहार करने का मामला सामने आया है। एक गरीब व्यक्ति को बेटी का शव ले जाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। इसकी वजह से उसे शव को मोटरसाइकिल पर ले जाना पड़ा।
जिले के कारमिकाक पंचायत के पालेगाड़ी गांव निवासी महादेव साह की बेटी ललिता कुमारी की तबीयत खराब थी। वह उसे इलाज कराने के लिए छह दिसंबर को गोड्डा के सदर अस्पताल में लेकर आए थे। उसे दिल की बीमारी थी।
ललिता का इलाज पहले प्राइवेट क्लीनिक में चल रहा था। हालत बिगड़ने पर वह इलाज के लिए सदर अस्पताल लाई गई थी। जिस दिन वह यहां लाई गई उसी दिन उसकी मौत हो गई। इसके बाद लड़की के पिता अस्पताल से एंबुलेंस की मांग की पर अस्पताल ने उसकी मांग पूरी नहीं की। हालांकि अस्पताल ने महादेव साह के आरोपों से इनकार किया है।