जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए गए 50 दिन से भी अधिक हो गया है। कुछ पाबंदियों के बीच घाटी में सुरक्षाबल पूरी तरह मुस्तैद हैं। इस बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल एक बार फिर श्रीनगर पहुंचे हैं। इस दौरान वह स्थानीय लोगों से मुलाकात करेंगे और सुरक्षा का जायजा लेंगे।
31 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश बन जाएगा और यहां पूरी तरह से केंद्र के कानून लागू होंगे। यही कारण है कि एनएस एक बार फिर कश्मीर पहुंचे हैं, जहां पर वह मौजूदा हालात का जायजा लेंगे। अजित डोभाल यहां स्थानीय अधिकारियों, लोगों से मुलाकात करेंगे और योजनाओं को लागू किए जाने का रास्ता देखेंगे। अजित डोभाल इस दौरे पर कितने दिन कश्मीर में रहेंगे, अभी ये बात सामने नहीं आई है।
पहले भी कर चुके हैं दौरा
5 अगस्त के बाद से अजित डोभाल जम्मू-कश्मीर का दौरा कर चुके हैं, इस दौरान वह श्रीनगर की सड़कों पर घूमे थे। अजित डोभाल ने तब आम लोगों से मुलाकात की थी, श्रीनगर की सड़कों पर घूमकर खाना भी खाया था। केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अनुच्छेद 370 के तहत मिलने वाले विशेषाधिकारों को वापस ले लिया था। इसी के साथ मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग किया। साथ ही केंद्रशासित प्रदेश भी बना दिया। लद्दाख बिना विधानसभा वाला तो वहीं जम्मू-कश्मीर विधानसभा वाला केंद्रशासित प्रदेश बनेगा।
महबूबा मुफ्ती ने कसा तंज
अजित डोभाल के श्रीनगर दौरे से पहले जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उन पर तंज कसा है। बता दें कि इस समय महबूबा मुफ्ती का ट्विटर अकाउंट उनकी बेटी इल्तजा मुफ्ती चला रही हैं। महबूबा मुफ्ती के हवाले से ट्वीट किया गया कि अजित डोभाल के पिछले दौरे में फोटो सेशन के दौरान मेन्यू में बिरयानी थी, क्या इस बार हलीम है?
5 अगस्त के बाद अभी तक जम्मू-कश्मीर का दौरा करने वालों में अजित डोभाल और बिपिन रावत ही सरकार की ओर से बड़े चेहरे शामिल रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख का दौरा किया है।